नई दिल्ली । भारतीय पुरूष हॉकी टीम को 41 साल बाद ओलंपिक कांस्य पदक मिलते ही पुराने खिलाड़ियों को अतीत के सुनहरे दिन याद आ गये और वे भावुक हो उठे। भारतीय टीम की जर्मनी पर जीत के साथ ही पूर्व खिलाड़ियों के आंसू बहने लगे। विश्व कप 1975 जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान रहे अजितपाल सिंह ने कहा ,‘‘ मैं भारतीय हॉकी के लिये बहुत खुश हूं क्योंकि एक समय पर लोग कहने लगे थे कि भारतीय हॉकी आईसीयू में है। अब हमने एक नया सवेरा देखा है।’’
उन्होंने कहा ,‘‘यह हॉकीप्रेमियों के लिये सुनहरा पल है। हॉकी ने फिर खुशियां दी है। मेरी आंखों में आंसू है। हम वहां पहुंच गए जहां कभी हुआ करते थे।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इसके लिये कड़ी मेहनत है और काफी पैसा भी लगाया गया है। रियो में हम 12वें स्थान पर थे और वहां से हमने वापसी की है। उम्मीद है कि यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।’’ मॉस्को में 1980 में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के सदस्य रहे जफर इकबाल ने कहा कि मैच के आखिरी क्षणों में उनका दिल तेजी से धड़क रहा था पर हमने मिथक तोड़ दिये हैं। यह चमत्कार है। इसका खेल पर बड़ा असर होगा। इससे देश में खेल का पुनरोद्धार होगा। यह नया सवेरा और नयी शुरूआत है।’’
इसके अलावा भारत के पूर्व कोच हरेंद्र सिंह भी अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके। इस टीम को बनाने में उनकी बड़ी भूमिका है क्योंकि 2016 जूनियर विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के कई सदस्य इस टीम का हिस्सा थे। उन्होंने कहा ,‘‘ मैं कोच ग्राहम रीड को सलाम करता हूं। मैं हमेशा से कहता आया हूं कि युवाओं पर भरोसा रखो।वे आपको पदक दिलायेंगे और आज हमने परिणाम देख लिया।। मुझे खुशी है कि भारत के लिये गोल करने वाले 10 खिलाड़ियों में से नो 2016 कोर ग्रुप के हैं।’’ इसके साथ ही पूर्व कप्तान वीरेन रासकिन्हा ने कहा ,‘‘ यह बरसों का सपना था जो सब सच हुआ है। अब हमें अगले कदम के बारे में सोचना है । इस पदक के भारतीय हॉकी और हॉकीप्रेमियों के लिये बहुत मायने हैं।’’ इसके अलावा कई हॉकी पूर्व खिलाड़ियों ने भी टीम की जीत पर खुशी जतायी है और कहा कि इससे भविष्य और सुनहरा होगा।
भारतीय टीम की जीत पर भावुक हुए पूर्व हॉकी खिलाड़ी , बोले नया सबेरा हुआ
← पिछली खबर
आपके विचार
पाठको की राय