भोपाल । दक्षिणी उत्तर प्रदेश में लो प्रेशर एरिया के सक्रिय होने से मध्यप्रदेश में तेज बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा ग्वालियर चंबल इलाकों में बारिश होने से पार्वती, कूनो, क्वारी और सिंध नदी उफान पर हैं, जिससे यहां बाढ़ आ गई है। अगले 24 घंटों में भी ग्वालियर, चंबल, भोपाल और उज्जैन बारिश से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने 24 घंटों के दौरान इन इलाकों में भारी बारिश होने की अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही छतरपुर, टीकमगढ़, सागर, निवाड़ी और होशंगाबाद में भी बारिश होगी। पिछले 24 घंटे में ग्वालियर-चंबल संभाग में ही सबसे ज्यादा बारिश हुई है।
मौसम एक्सपर्ट के अनुसार वर्तमान में दक्षिणी उप्र के साथ ही कम दबाव का क्षेत्र हरियाणा पर भी बना हुआ है। इन दोनों से होकर टर्फ लाइन गुजरते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इस कारण मप्र के उत्तरी हिस्से ग्वालियर, चंबल, भोपाल, उज्जैन, सागर, रीवा संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। हालांकि इंदौर को रिमझिम से ही संतोष करना पड़ेगा।
24 घंटे में प्रदेश में बारिश की स्थिति
दतिया में 5 इंच, श्योपुरकलां 4.5 इंच, गुना 4 इंच, टीकमगढ़ 3.5, नौगांव 3, पचमढ़ी 2.5, ग्वालियर 2, भोपाल सिटी 2, शाजापुर 2, नरसिंहपुर 2, भोपाल 2, खजुराहो 1.5, रायसेन 1.5, सतना 1, उज्जैैन 1, जबलपुर 1, होशंगाबाद 1, और दतिया 5 इंच पानी गिरा।
अब तक सबसे ज्यादा बारिश सीधी जिले में में
पूरे प्रदेश में इस सीजन बारिश की स्थिति देखें तो सबसे ज्यादा भीगने वाला जिला सीधी है। यहां पर अब तक औसत बारिश 406 मिमी होनी थी, लेकिन बारिश का आंकड़ा 768 मिमी पहुंच गया है। यह 89 फीसदी ज्यादा है। इसके बाद शाजापुर जिले में 85 त्न ज्यादा बारिश हुई है। 343 के मुकाबले यहां पर 636 मिमी बारिश हो चुकी है। बारिश में बससे बुरे हाल खरगोन और दमोह के हैं। यहां पर औसत से 33 फीसदी कम बारिश हुई है। यहां पर अब तक औसत बारिश 360 मिमी होनी थी, लेकिन 242 मिमी ही बारिश हुई है। दमोह में अब तक 335 बारिश हुई है, जबकि औसत बारिश 501 हो जानी चाहिए थी। यह औसत से 33 त्न कम है।