अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गुजरात में कुछ सांसदों ने जिस तरह के गांवों को गोद लिया है उसको लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस का दावा है कि ये गांव पहले से ही विकसित है, हालांकि संबंधित सांसदों ने इस आरोप से इंकार किया है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि इस तरह के तीन मामले प्रकाश में आए हैं जहां गोद लिए गए गांवों में बुनियादी ढांचे की स्थिति पहले से अच्छी है, इसके बावजूद सांसदों ने इन गांवों को गोद लिया। गुजरात से राज्यसभा सदस्य मनसुख मंडाविया ने भावनगर जिले में उगामेदी गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया है।
इस गांव के सरपंच विनभाई अंगद का कहना है कि नदियों को जोड़ने की परियोजना के कारण यह गांव एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो चुका है तथा गांव वालों को हीरा उद्योग तथा कृषि क्षेत्र की गतिविधियों से अच्छी आय होती है।
गांव में बुनियादी ढांचे के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘हमारा गांव ग्रामीणों द्वारा ही विकसित किया गया है, लेकिन अब इसे कुछ सरकारी मदद भी मिलनी चाहिए। हमने हमारे सांसद मनसुख मंडाविया से इस गांव को गोद लेने का आग्रह किया था ताकि इसे पूरे देश के लिए आदर्श गांव बनाया जा सके। उन्होंने इस गांव को गोद लिया।
गुजरात की खेड़ा सीट से लोकसभा सदस्य देव सिंह चौहान ने अहमदाबाद में मटार तालुका के वाहेलाल गांव को गोद लिया है जो पहले ही से ‘विकसित’ है। ग्राम पंचायत के एक पदाधिकारी के अनुसार वाहेलाल को एनआरआई के गांव के तौर पर जाना जाता है क्योंकि यहां के अधिकांश परिवार अमेरिका और ब्रिटेन में बसे हुए हैं।
एक पदाधिकारी संजय पटेल ने कहा, गांव की आबादी चार हजार है और यहां सड़कें और दूसरी सुविधाएं हैं, हालांकि उनके सुधार की जरूरत है। यहां अस्पताल और स्कूल भी हैं। कच्छ से सांसद विनोद चावड़ा ने भी कच्छ जिले के सुवाई गांव को गोद लिया है जहां पहले से ही लोगों को 24 घंटे बिजली मिल रही है।
इस गांव के सरपंच मोतीलाल भाचाउ ने कहा, हमारे यहां सड़कें, बिजली और स्वास्थ्य केंद्र एवं स्कूलों जैसी दूसरी बुनियादी सुविधाएं हैं। कांग्रेस ने इसको लेकर सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे लोगों को गुमराह करने के अपने आलाकमान के रास्ते का अनुसरण का रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा, गुजरात के सांसद भी वही कर रहे हैं जो उनके आलाकमान ने बीते 12 वषरें से किया है। वे तथ्यों को छिपाना और असत्य को तोड़मरोड़कर पेश करना जानते हैं। इन संबंधित सांसदों ने इस आरोप से इंकार किया है कि उन्होंने विकसित गांवों को गोद लिया है।
आदर्श ग्राम योजना: गुजरात के सांसदों ने \'विकसित\' गांवों को गोद लिया
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