नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में केंद्र और राज्यों के बीच आने वाले दिनों में ताजमहल को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो सकता है और इस विवाद की वजह यूपी के शहरी विकास व अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री आजम खान के एक बयान को माना जा रहा है। 
 
दरअसल, बीते दिनों आजम खान ने ताजमहल का चार्ज वक्फ बोर्ड को सौंपे जाने की वकालत करते हुए कहा है कि ताजमहल को यूपी वक्फ बोर्ड की संपत्ति‍ घोषित किया जाना चाहिए। आजम राज्य वक्फ बोर्ड के भी मंत्री हैं। 
 
इसी मीटिंग में लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद राशदी फिरंगीमहल ने ताजमहल को पूरी तरह से मुसलमानों के लिए खोले जाने की मांग की। मौलाना ने कहा कि हमें दिन में 5 बार ताजमहल के अंदर इबादत करने की इजाजत दी जानी चाहिए। अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों में रहने वाले आजम खान का यह बयान अब क्या रंग लाता है।