रांची : विराट कोहली के नाबाद शतक की बदौलत भारत ने पांचवां और आखिरी एक दिवसीय क्रिकेट मैच तीन विकेट से हराकर श्रीलंका का 5-0 से सफाया कर दिया। शुरूआती दो विकेट पांचवें ही ओवर में 14  रन पर गिर जाने के बाद कोहली ने कप्तानी पारी खेलते हुए नाबाद 139 रन बनाये और 49वें ओवर में अजंता मेंडिस को दो छक्के लगाकर भारत को आठ गेंद बाकी रहते जीत के लक्ष्य तक पहुंचाया।

इससे पहले कप्तान एंजेलो मैथ्यूज के वनडे क्रिकेट में पहले शतक की मदद से श्रीलंका ने आठ विकेट पर 286 रन बनाये थे। कोहली ने अपनी पारी में 126 गेंदों का सामना करके 12 चौके और तीन छक्के जड़े। उन्होंने अंबाती रायुडू के साथ तीसरे विकेट के लिये 136 रन की साझेदारी करके भारत को शुरूआती संकट से निकाला। रायुडू ने 69 गेंद में आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 59 रन बनाये जो गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गए।

भारत की शुरूआत काफी खराब रही जब अजिंक्य रहाणे (दो) तीसरे ही ओवर में मैथ्यूज का शिकार होकर पवेलियन लौट गए। उस समय स्कोर छह रन था और इसमें आठ रन जुड़े थे कि पिछले मैच में 264 रन की पारी खेलकर विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले रोहित शर्मा अपना विकेट गंवा बैठे। रोहित नौ रन बनाकर मैथ्यूज की गेंद पर चकमा खाकर बोल्ड हो गए। इसके बाद कोहली और रायुडू ने पारी को संभाला। रायुडू 28वें ओवर में रन आउट हुए।

रायुडू के जाने के बाद आये राबिन उथप्पा (19)  ज्यादा देर टिक नहीं सके और मेंडिस की गेंद पर मैथ्यूज को कैच दे बैठे। भारत का चौथा विकेट 34वें ओवर में गिरा जब स्कोर 180 रन था। युवा केदार जाधव ने कप्तान के साथ 35 रन जोड़े। वह 24 गेंद में 20 रन बनाकर मेंडिस का शिकार हुए। दूसरे छोर से विकेटों के पतन के बीच कोहली ने मोर्चा संभाल रखा था। स्टुअर्ट बिन्नी भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं रहे और मेंडिस की गेंद पर आगे निकलकर खेलने के प्रयास में चकमा खा गए और चांदीमल ने स्टम्पिंग करने में चूक नहीं की।

मेंडिस ने अगली ही गेंद पर आर अश्विन ( 0) को पवेलियन भेजकर भारत पर दबाव बना दिया। लेकिन सीरीज में गेंद से उम्दा प्रदर्शन करने वाले युवा अक्षर पटेल ने कोहली का बखूबी साथ निभाते हुए आठवें विकेट की अटूट साझेदारी में 57 रन जोड़े। पटेल ने 14 गेंद में दो चौकों की मदद से नाबाद 17 रन बनाये। श्रीलंका के लिये मेंडिस ने चार विकेट लिये लेकिन 73 रन भी दे डाले जबकि मैथ्यूज को दो विकेट मिले।

इससे पहले एक समय पर श्रीलंका के चार विकेट 18.3 ओवर में 85 रन पर गिर गए थे। इसके बाद मैथ्यूज ने पारी को संभाला और सीरीज में पहली बार टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया। उन्होंने 116 गेंद में 10 छक्कों और छह चौकों की मदद से 139 रन बनाये। उन्होंने 84 रन सिर्फ चौकों छक्कों की मदद से बनाये। लाहिरू तिरिमन्ने ने उनका बखूबी साथ देते हुए 128 रन की साझेदारी की। तिरिमन्ने ने 76 गेंद में दो चौकों और एक छक्के के साथ 52 रन बनाये।