बिलासपुर । तत्कालीन तहसीलदार नारायण गभेल के कार्यकाल में दुकान का स्वरूप ले चुके बिलासपुर तहसील में कलेक्टर की धमक के बाद राजस्व मामलों के निराकरण में तेज़ी आई है बीते दिनों निरीक्षण को तहसील कार्यालय पहुँचे कलेक्टर सारांश मित्तर ने तहसील में जारी भर्राशाही पर संज्ञान लेते हुए प्रभारी तहसीलदार आर के साहू को जमकर फटकार लगाते हुए पेंडिंग मामलों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए थे कलेक्टर के एक्शन मोड में आते ही आसमान में उड़ रहे तहसील के दिग्गज धरती पर लौटते दिखने लगे है जिले भर में अब शिविर लगाकर फौती नामांतरण , सीमांकन व अन्य राजस्व मामले निराकृत किए जा रहे है ।
हाईकोर्ट में राज्य के 90 अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ हुई भ्रष्टाचार सम्बन्धी शिकायत में टॉप पर रहने वाले तत्कालीन बिलासपुर तहसीलदार नारायण गभेल सहित अन्य के क्रियाकलापों को हाईकोर्ट ने संज्ञान में ले लिया है इन भ्रष्टाचारी अफसर, कर्मियों के मामले में एसीबी , ईओडब्ल्यू के नतमस्तक होने की जानकारी भी शिकायत में कही गई है हाईकोर्ट सीजे के रडार में आए इन 90 शासकीय सेवको की लिस्ट में टॉप में जगह बनाने में कामयाब रहे तत्कालीन तहसीलदार नारायण गभेल की कार्यशैली किसी से छिपी नही है बिलासपुर तहसील में पदस्थापना के दौरान राजस्व के तकरीबन सभी मामलों में हुई सौदेबाजी से भूपेश सरकार की जमकर थू थू कराई गई बिलासपुर तहसील में आमजन के साथ इस दौरान जमकर अन्याय हुआ बिना आर्थिक स्वार्थ के राजस्व मामलों को बीते 3 बर्षो में छुआ भी नही गया आमजन इस दौरान भटकता रहा और हर दरवाजे तक पहुचा लेकिन उनकी कही सुनवाई नही हुई ।
तत्कालीन तहसीलदार नारायण गभेल की पदस्थापना के बाद भू माफियाओं के लिए अस्थायी कार्यालय बन चुका बिलासपुर तहसील कार्यालय में बीते 3 साल में वो सब कुछ हुआ जिसकी कल्पना भी इससे पूर्व नही की जा सकती थी विभागीय मंत्री की गोद मे बैठने का दावा करने वाले तत्कालीन तहसीलदार ने बिना कलम फसाए ढेरो कारनामे अंजाम दिए लूट खसोट के इस स्वर्णिम दौर में यहा पदस्थ अन्य राजस्व अफसर भी उसी राह में चलते दिखाई दिए अवैध धनार्जन में जुटे तहसील के जिम्मेदार ने अन्य मामलों की तरफ देखा भी नही और पेशी दर पेशी देते हुए राजस्व मामलों को सालों लटकाए रखा ।
बहरहाल कलेक्टर साराँश मित्तर के निरीक्षण के बाद बिलासपुर तहसील सहित जिले के अन्य तहसील कार्यालय की सूरते हाल बदली है कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदार ,नायाब तहसीलदार को पेन्डिंग मामले शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए है। तहसील कार्यालय का निरीक्षण कर रिकॉर्ड चेक करने वाले कलेक्टर सारांश मित्तर के हरकत में आने के बाद सभी ब्लाक में शिविर लगा कर मामलों का निपटारा किया गया ,फौती ,नामांतरण के साथ सीमांकन के मामलों के अलावा कोरोनाकाल में लंबित मामलों को कलेक्टर के आदेश पर राजस्व अधिकारी निपटाने में जुट गए है । कलेक्टर साराँश मित्तर द्वारा राजस्व अधिकारियों को मेसेज करके मामले की सतत निगरानी का फायदा भी आम लोगो को हुआ और उनके आवेदन निराकृत किये गए। कलेक्टर साराँश मित्तर ने राजस्व अधिकारियों को आगे भी तेजी से लोगो के आवेदन का निराकरण का निर्देश दिया है ।
हाईकोर्ट में भ्रष्टाचार सम्बन्धी 90 शासकीय सेवकों की शिकायत में टॉप पर नारायण गभेल
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