कराची : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में शानदार जीत के साथ इस टीम के खिलाफ 20 साल में पहली सीरीज जीतने वाली पाकिस्तान टीम के कप्तान मिसबाह उल हक की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं।इस जीत के दौरान मिसबाह ने सबसे तेज टेस्ट शतक के रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए अपने आलोचकों का मुंह भी बंद कर दिया जो ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए उन्हें हटाकर शाहिद अफरीदी को कप्तान बनाने की मांग कर रहे थे।
पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर अब्दुल कादिर ने कहा, अब कोई भी जितना अधिक चाहे उतना कूटनीतिक हो सकता है लेकिन सच्चाई यह है कि अगर अफरीदी पाकिस्तान को उस मैच (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा वनडे जिसमें मिसबाह नहीं खेला) में जीत दिला देता तो मिसबाह की राह समाप्त हो जाती। उन्होंने कहा, सच्चाई यह है कि विश्व कप से पहले मिसबाह को एकदिवसीय कप्तानी और वनडे टीम से हटाने के प्रयास हो रहे थे लेकिन मैं उस आदमी के जज्बे को सलाम करता हूं जिससे इतने दबाव के बावजूद अपना नाम क्रिकेट इतिहास में दर्ज कराया। पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट कप्तान राशिद लतीफ ने कहा कि यूनिस खान और मिसबाह ने शानदार जज्बा दिखाया और आस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में चैम्पियन बनकर उभरे।
लतीफ ने कहा, पाकिस्तान क्रिकेट को दी उनकी सेवा को देखते हुए सभी को उनका समर्थन करना चाहिए लेकिन जब वे खराब दौर से गुजर रहे थे तो उन्हें दबाव में डाला गया। लेकिन इस सीरीज में वे जिस तरह विजेता बनकर उभरे यह दर्शाता है कि उनका जज्बा कितना मजबूत है। पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने भी मिसबाह की तारीफ करते हुए कहा, मुझे मिसबाह के लिए काफी खुशी है क्योंकि मुझे नहीं लगता है कि हमारे इतिहास में किसी कप्तान को उसके जितना गलत समझा गया और दोषी ठहराया गया।
पूर्व खिलाड़ियों ने मिसबाह की तारीफों के पुल बांधे
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