मुंबई । ब्रोकरेज कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है, जो अन्य अनुमानों के मुकाबले अपेक्षाकृत बहुत कम है। हालांकि, इससे पूर्व में जताए गए 4.7 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है। ब्रोकरेज कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भविष्य में क्या स्थिति रहती है,इसके लिहाज से जून का आंकड़ा महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि मई में ही यह काफी ऊंची 6.3 प्रतिशत रही। 
रिपोर्ट में मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति औसतन 5 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो पूर्व के अनुमान से 0.3 प्रतिशत अधिक है। अर्थशास्त्रियों के अनुसार, हालांकि जून का आंकड़ा महत्वपूर्ण है लेकिन बाद के समय में हम उन कारकों को लेकर स्थिति संतोषजनक पाते हैं, जो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति को प्रभावित करते हैं। हालांकि इस दौरान कुछ जोखिम भी है। खासकर जल्दी खराब होने वाले वाले सामान की महंगाई दर और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम में तेजी।' जून की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई दर का आंकड़ा 12 जुलाई को जारी होगा, एजेंसी को इसके 5.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह मई में 6.3 प्रतिशत से कहीं कम है। हालांकि, बाजार 6 प्रतिशत से अधिक मुद्रास्फीति की संभावना जता रहा है।