बिलासपुर । छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान के गायनिक विभाग में पीजी सीटों की मान्यता के लिए एमसीआई के अधिकारी के रूप में हैदराबाद से डॉ. सुष्मा शाह सोमवार को निरीक्षण के लिए पहुंची। इस दौरान संबंधित विभाग में टीचिग फ़ेकल्टी सहित अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। सिम्स में गायनिक विषय में पीजी के सीटों की मान्यता मिलनी है। जबकि अन्य विषयों में भी सीट बढ़ाने की जद्दोजहद चल रही है। ऐसे में सोमवार को मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया के सदस्य के रूप में डॉ. शाह पहुंची और गायनिक विभाग के सेक्शन के निरीक्षण के लिए पहुंची। उन्होने आते ही विभाग से संबंधित जानकारी एकत्रित कर जांच में जुट गए। विभाग में डॉक्टरों की संख्या, टीचिग स्टाफ, जांच मशीन की उपलब्धता का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद डॉ. सुष्मा शाह ने डीन तृप्ति नागरिया, विभागध्यक्ष सहित अन्य अधिकारियों से भी सिम्स में उपलब्ध फैक्लटी के बारे में जानकारी ली। और फिर वापस लौट गई अब डॉ. शाह अपनी रिपोर्ट दिल्ली में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को सौपेगी। निरीक्षण के दौरान डॉ. सुष्मा शाह सिम्स के सुविधाओं से संतुष्ट नजर आई इससे उम्मीद लगाया जा रहा है। कि जल्द ही सिम्स को गायनिक विभाग में भी पीसी की सीटों की मान्यता मिल जाएगी।
पीजी की 27 और एमबीबीएस के 180 सीटो में हो रही पढ़ाई
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान यानी सिम्स में वर्तमान स्थिती में एमबीबीएस के 180 सीटों में मान्यता मिलने के बाद पढ़ाई कराई जा रही है। इसके अलावा 27 पीजी के सीटों की भी मान्यता सिम्स को मिल चुकी हैं। अब प्रबंधन बेहतर सुविधाओं के साथ एमबीबीएस के 200 सीटों की मान्यता मिला जाए इसके लिए प्रयास कर रहें है। साथ ही पीजी की सीटो को भी 27 से बढ़ाकर अधिक करने की कवायद की जा रही है।