भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा है कि उनका लक्ष्य कोविड-19 योद्धाओं के लिए ओलंपिक पदक जीतना रहेगा। रानी ने कहा कि टीम की तैयारियों अच्छी हैं और वह पदक जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी। टीम अपने पदक को कोविड जीवनरानी को समर्पित करना चाहती है। रानी ने कहा कि (साइ) केंद्र में ट्रेनिंग कर रहे कोर संभावित खिलाड़ियों का इस हफ्ते चयन ट्रायल होगा जिसके बाद टोक्यो खेलों के लिए टीम का चयन होगा। साथ ही कहा कि ओलंपिक में अब 40 दिन से कम का समय बचा है और ऐसे में वह और टीम के उनके साथी प्रत्येक ट्रेनिंग सत्र का फायदा उठाना चाहती हैं
रानी ने कहा कि जिन लोगों ने महामारी के दौरान जीवन बचाने के लिए कई बलिदान दिए उनके लिए टोक्यो खेलों में पदक जीतना टीम के लिए शानदार होगा। उन्होंने कहा कि यह ओलिम्पिक अतीत के ओलिम्पिक की तरह नहीं होंगे। हमारे देश को कठिन हालात का सामना करना पड़ा है, हमें अपने डॉक्टरों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों पर गर्व है जिन्होंने जीवन बचाने के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया है।
रानी ने कहा कि अब जब हम टोक्यो ओलिम्पिक खेल 2020 में पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं तब हम प्रतिज्ञा करते हैं कि हमारे प्रयास और उम्मीद करते हैं कि हमारी जीत डॉक्टरों, नर्सों और चिकित्सा सहायकों को समर्पित होगी जिन्होंने भारत में पिछले साल महामारी के फैलने के बाद से बिना थके काम किया है। उनके कारण हम सभी यहां हैं और सुरक्षित हैं।
पिछले साल राष्ट्रीय लॉकडाउन के दौरान टीम ने आर्थिक रूप से कमजोर तबके के 1000 से अधिक परिवारों के लिए कोष जुटाने में मदद की थी। खिलाडिय़ों ने 21 दिन के आनलाइन फिटनेस चैलेंज के जरिए 20 लाख रुपए से अधिक जुटाए थे।
प्रबल दावेदार है भारतीय टीम : कोच
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमेंस का मानना है कि भारतीय टीम जुलाई अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक में पदक के पांच प्रबल दावेदारों में शामिल रहेगी। कोच ने कहा कि ओलंपिक में जीत के लिए मानसिक दृढता होनी चाहिये जो इस टीम में है।
उन्होंने कहा ,‘‘ मेरी नजर में भारत टोक्यो में पदक के शीर्ष पांच दावेदारों में शामिल है। भारतीय टीम ने पिछले दो साल में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ यहां लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।’’ उन्होंने साथ ही कहा कि दबाव के क्षणों में अनावश्यक तनाव से बचने की जरुरत है। उन्होंने कहा ,‘ भारतीय टीम ने पिछले कुछ समय में यह दिखाया है कि वह ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम और नीदरलैंड जैसी टीमों को हरा सकती है। ओलंपिक में हालांकि हालात अलग होते हैं और ऐसा करना आसान नहीं होता। इसलिए टीम को सकारात्मक मानसिकता से उतरना होगा ।’’
साथ ही कहा ,‘‘ मैच में पिछड़ने पर घबराना नहीं चाहिये जबकि बढत लेने पर अधिक उत्साहित नहीं होना चाहिये। हालात पर नियंत्रण करके ही खेलना होगा।’’
इसके साथ ही मौसत भी अपनी भूमिका निभाएंगा। उन्होंने कहा ,‘‘ शारीरिक फिटनेस के मामले में दुनिया की सभी टीमें बराबरी पर हैं पर मौसम भारत के अनुकूल होगा क्योंकि भारतीयों को इस तरह के मौसम में खेलने की आदत है ।
कोविड-19 योद्धाओं के लिए जीतना है पदक : रानी रामपाल
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