सुपौल। सुपौल के किसनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित बाजार में दहेज के लिए एक बीटेक पास विवाहिता को आठ माह से घर में कैद रखा गया था। भनक मिलने पर ग्रामीणों ने महिला थाना को सूचित कर महिला को कैद से मुक्त करवाया। महिला थानाध्यक्ष प्रमिला कुमारी ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। वहां मौजूद लोगों ने महिला को 8 महीने से बंधक बनाए जाने की पुष्टि की और सास, ससुर द्वारा प्रताड़ित करने के आरोप लगाए।
बभूमिका सामने आई है। विक्रम चौधरी के पुत्र संजय की नोएडा में 07 मार्च 2018 को शादी हुई थी। शादी में दहेज में कार सहित 17 लाख का समान दिया गया था। शादी के बाद महिला को एक बच्ची भी हुई जो डेढ साल की है। इसी के बाद ससुराल वाले मोना कुमारी जायसवाल को प्रताड़ित करने लगे। पीड़िता से दस लाख रुपए दहेज की और मांग की जाने लगी। इसी दौरान पति भी बाहर कमाने के लिए चला गया। दहेज न देने पर पति ने भी पत्नी से बात करना छोड़ दिया। पीड़िता घर से नहीं भागी तो उसे अपने दो मंजिला के ऊपर कैद कर बाहर से ताला लगा दिया। दिल्ली में रह रहे पिता को बेटी को कैद किए जाने की खबर लगी तो पीड़िता के पिता भैरव गांव निवासी गौरी शंकर चौधरी ने अपने बेटे को देखने के लिए भेजा। लेकिन यहां उसे मिलने नहीं दिया गया। जिसके बाद उन्होंने ग्रामीणों को इकट्ठा कर घर का ताला तुड़वाया। महिला थाना अध्यक्ष प्रमिला कुमारी ने बताया कि मामले में आवेदन प्राप्त हुआ है और पीड़िता का बयान पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।
पीड़िता के पिता बताते हैं कि उनकी बेटी बीटेक पास है। उनके अनुसार ये सभी दिल्ली में रहते थे और ससुराल पक्ष के लोग भी दिल्ली में ही रहते थे। शादी में 17 लाख का सामान दिया गया था जिसमें कार भी शामिल है, लेकिन ताया जा रहा है कि इस बात को लेकर कई बार स्थानीय स्तर पर पंचायत भी की गई थी। मगर ससुर विक्रम चौधरी द्वारा बात मानने से इनकार करने पर गुस्साए ग्रामीणों ने घर का ताला तोड़कर पीड़िता को घर से बाहर निकाल कर के महिला थाना को सुपुर्द कर दिया। मामला दहेज की मांग से जुड़ा है जिसमें सास, ससुर के साथ ही महिला के पति की भी अब ससुराल वाले 10 लाख और दहेज मांग कर रहे हैं।
दहेज लोभियों ने बीटेक पास विवाहिता को 8 महीने से घर में रखा था कैद
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