कोलकाता । बंगाल चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए, मुकुल रॉय फिर से टीएमसी में वापस आ चुके हैं। बंगाल चुनाव में बीजेपी को मिली शिकस्त का असर त्रिपुरा में भी देखने को मिल रहा है। त्रिपुरा में पहले से ही बीजेपी के कुछ लोग असंतुष्ट हैं।इसके बाद पार्टी राज्य में अपने लोगों को टूटने से बचाने के लिए संगठन स्तर पर बड़ा बदलाव कर सकती है। साथ ही माना जा रहा है कि त्रिपुरा में कैबिनेट विस्तार भी हो सकता है।दिल्ली से त्रिपुरा गए बीजेपी नेता से भी नाराज लोगों ने संगठन में बदलाव करने की मांग की है।
बीजेपी की त्रिपुरा इकाई में पिछले काफी समय से उथलपुथल चल रही है। राज्य के बीजेपी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री तक के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। राज्य के बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि त्रिपुरा में उस प्रदेश अध्यक्ष की जरूरत है जो संगठन को मजबूत कर सके।
अब चर्चा है कि टीएमसी त्रिपुरा में बीजेपी के लोगों को तोड़ने का काम कर रही है। इसकी जिम्मेदारी मुकुल रॉय को दी गई है। वहीं बीजेपी के नेता का कहना है कि पश्चिम बंगाल जैसी राजनीतिक स्थिति त्रिपुरा में नहीं है। त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार है, टीएमसी का वहां कोई असर नहीं दिखता है। मुकुल रॉय द्वारा बीजेपी के विधायकों को तोड़ने की बात पूरी तरह से गलत है।
बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष दो दिन के दौरे पर त्रिपुरा पहुंचे थे। उन्होंने वहां लोगों से इस बाबत बात भी की। इस दौरान नाराज लोगों से भी बातचीत की गई।
टीएमसी में पहुंचे मुकुल राय त्रिपुरा में भाजपा नेताओं को तोड़ने में जुटे
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