
जालंधर: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता नारायण राणे सिंधुदुर्ग की हार के बाद आज शिवसैनिक अरविंद भोसले नौ साल बाद जूते पहनेंगे। दरअसल, सिंधुदुर्ग से आए शिवसैनिक अरविंद भोसले ने 2005 में राणे के शिवसेना छोडऩे के बाद उनके हारने तक जूते-चप्पल नहीं पहनने की कसम खाई थी। आज उद्धव ठाकरे से मिलने के बाद वह नौ साल बाद जूते पहनेंगे।
आपको बता दें कि नारायण सिंधुदुर्ग जिले के कुडाल से विधानसभा चुनाव हार गए और उन्होंने परिणाम को स्वीकार कर लिया है। उन्हें शिवसेना के पूर्व नेता राणे को शिवसेना के वैभव नायक ने करीब नौ हजार मतों से हराया। राणे ने हार के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं हार को स्वीकार करता हूं। कोंकण के लोग मुझे राजनीति में लेकर आए और सेवा करने का मौका दिया। अब उन्होंने मुझे पहली बार चुनावों में हरवाया है।’’
गौरतलब है कि हार कांग्रेस के लिए शर्मनाक है क्योंकि राणे पार्टी के चुनाव प्रचार प्रमुख थे। बहरहाल राणे ने अपने बेटे नीतेश को बधाई दी है जो कांग्रेस की टिकट पर कनकावली से जीते हैं।