जयपुर । जयपुर को चमाचम रखने का ठेका लेने वाली निजी कंपनी ने भुगतान नहीं मिलने के कारणों को बताते हुए पिछले तीन चार दिन से घर घर कचरा संकलन का कार्य बंद कर आंदोलन छेड़ा है इस दौरान आंदोलन के बीच बचाव में प्रशासनिक अधिकारियों और सफाईकर्मियों और पार्षदो के बीच हुए झगड़े ने उग्र रूप ले लिया झगड़ा सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल तक पहुंच गया और झगडे को निपटाने के लिए क्षेत्रीय निदेशक रेणु खण्डेलवाल को जांच समिति का अध्यक्ष बनाकर मामले को सुलझाने की कोशिश की जा रही है मगर इससे पहले तीन चार से पूरा जयपुर कचरे के ढेर पर नजर आने लगा है। हर गली मोहल्ले, और मुख्य सडको पर लोग कचरा डाल रहे है। आलम ये है कि ग्रेटर नगर निगम की सड़के सडती हुए नजर आ रही है और इन सड़कों से गुजरने वाले लोगों को बदुबू  का सामाना करना पड़ रहा है हेरीटेज नगर निगम की बात करें तो यहां भी ग्रेटर नगर निगम जैसे हालात देखने को मिले कर्मचारियों की हडताल के चलते यहां भी कचरा सड़कों पर नजर आ रहा है. कुछ इलाकों मं तो सड़कों की बीच  तक कचरा पहुंच गया. लोग इसको लेकर शिकायत भी करते है, लेकिन जबाब मिलता है कि अभी हडताल चल रही है। हडताल कब खत्म होगी तब तक तो जयपुर सिटी के बीचोबीच स्थित जालीदार विश्व पर्यटन में अपना स्थान बनाये हुए हवामहल के अंदर कचरे की बदबू घुस जायेगी।