
वॉशिंगटन: अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के बिजनेसमैन को गिरफ्तार किया गया है. फार्मा कंपनी सॉवरेन ग्रुप के फाउंडर और पूर्व सीईओ तन्मय शर्मा पर 14.9 करोड़ डॉलर (करीब 1276 करोड़ भारतीय रुपये) के हेल्थकेयर फ्रॉड का आरोप है. 61 वर्षीय फार्मा उद्योगपति पर आरोप है कि उन्होंने स्वास्थ्य बीमा कंपनियों को 149 मिलियन डॉलर से अधिक के धोखाधड़ी वाले दावे पेश किए. कैलिफोर्निया के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट स्थित अटार्नी ऑफिस के अनुसार, सॉवरेन हेल्थ ग्रुप ने फर्जीवाड़ा करते हुए मरीजों को उनकी जानकारी के बिना बीमा स्कीम में नामांकित कर लिया.
शर्मा के खिलाफ हैं ये आरोप
फेडरल ग्रैंड जूरी ने शर्मा के खिलाफ आठ बिंदुओं वाला आरोप पत्र दायर किया है. इसमें कहा गया है कि शर्मा ने फर्जी तरीके से 14.9 करोड़ डॉलर के क्लेम हासिल किए. इसके लिए 2.1 करोड़ डॉलर (लगभग 180 करोड़ रुपये) से ज्यादा की राशि रिश्वत के रूप में दी. इस मामले में शर्मा के साथ उनके सहयोगी पॉल जिन सेन खोर को भी गिरफ्तार किया गया है. मामले की अगली सुनवाई 29 जुलाई को होनी है. अमेरिकी मीडिया के अनुसार, दक्षिणी कैलिफोर्निया में कई नशा मुक्ति केंद्र चलाने वाले तन्मय शर्मा के सॉवरेन हेल्थ ग्रुप के खिलाफ 2017 से ही जांच चल रही थी. यह संस्था अब बंद हो चुकी है. FBI ने इसके चार मेडिकल सेंटर पर छापा मारा था. शर्मा के खिलाफ वायर धोखाधड़ी के चार मामले, साजिश का एक मामला और क्लिनिकल इलाज के लिए अवैध रेफरल के तीन मामले लगाए गए हैं.
कौन हैं तन्मय शर्मा?
61 वर्षीय तन्मय शर्मा मूल रूप से असम में गुवाहाटी के रहने वाले हैं. असम के प्रसिद्ध रंगकर्मी, अभिनेता और निर्देशक फणी शर्मा के घर जन्में तन्मय ने 1987 में डिब्रूगढ़ मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इंटर्नशिप करने के बाद वह पहले ब्रिटेन और फिर अमेरिका चले गए. उन्होंने 1987 में भारतीय चिकित्सा परिषद (MCI) से मेडिकल लाइसेंस हासिल किया. 1988 में उन्होंने ब्रिटेन की जनरल मेडिकल काउंसिल से दूसरा लाइसेंस हासिल किया. उन्होंने मानसिक रोगों पर काम करके प्रसिद्धि बटोरी और कई किताबें भी लिखीं.