दिल्ली: पाकिस्तान के साथ पिछले महीने छिड़े सैन्य संघर्ष के बाद भारत अपने रक्षा तंत्र को और मजबूत तथा दमदार करने में जुट गया है. इस संघर्ष के दौरान पाक के ड्रोन और मिसाइल को हवा में ही उड़ा देने वाली आकाश मिसाइल को अब और दमदार बनाया जा रहा है. DRDO अब आकाश मिसाइल सिस्टम की क्षमताओं को और अधिक एडवांस करने की दिशा में काम कर रहा है.

रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) अब ऐसी तकनीक पर काम कर रहा है जिसमें मिसाइल के मौजूदा ढांचे या डिजाइन में बड़े बदलाव किए बगैर ही इसकी ऑपरेशनल क्षमता को बेहतर बनाया जा सके. इस मामले में DRDO का फोकस Alternative Propulsion Fuels (APF) के विकास पर है, जिससे आकाश मिसाइल की रेंज, स्पीड और मारक क्षमता को बढ़ाया जा सके. इस बदलाव के पीछे का सबसे बड़ा मकसद यही है कि ज्यादा खर्च किए बगैर और ज्यादा समय लगाए बगैर ही मिसाइल को इस तरह से रि-डिजाइन किया जाए ताकि इसे और घातक बनाया जा सके.

RSM को अपग्रेड करने में जुटा DRDO
आकाश मिसाइल सिस्टम देश के बहुस्तरीय एयर डिफेंस नेटवर्क का एक अहम हिस्सा है. इसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के कई ड्रोन और शॉर्ट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइलों को गिराकर अपनी प्रभावशीलता साबित की थी. अब DRDO के वैज्ञानिक इस प्रणाली के Ramjet Sustainer Motor (RSM) को अपग्रेड करने की दिशा में काम कर रहे हैं. यह मोटर मिसाइल को शुरुआती बूस्ट देने के बाद हवा में हाई स्पीड से आगे बढ़ने में मदद करती है. इसमें नए तरह के नेक्स्ट-जेनरेशन फ्यूल्स के इस्तेमाल से thrust और burn efficiency में बड़ा सुधार लाया जा सकता है, जिससे मिसाइल की गति, रेंज और गतिशीलता (Maneuverability) में भी इजाफा होगा.

सूत्रों के अनुसार, DRDO अब ऐसा फ्यूल तैयार कर रहा है जिसे मौजूदा आकाश मिसाइल सिस्टम में ही बिना किसी संरचनात्मक बदलाव के ही इस्तेमाल किया जा सके. यह बदलाव काफी समय और संसाधन बचाएगा, क्योंकि इसके जरिए मिसाइल की फिजिकल रीडिजाइन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. हालांकि इन एडवांस फ्यूल्स की सटीक संरचना के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, पर शुरुआती संकेत से ऐसा लगता है कि इनके उपयोग से आकाश मिसाइल सिस्टम की ऑपरेशनल क्षमताएं काफी हद तक बढ़ जाएंगी.

हाई लेवल सुरक्षा कवच
आकाश सिस्टम पहले से ही लड़ाकू विमानों, ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों जैसे अनेक हवाई खतरों से निपटने में सक्षम है. अब इसे अपग्रेड किए जाने के बाद से इसकी लंबी दूरी तक इंटरसेप्ट करने की क्षमता और अधिक मजबूत हो जाएगी. यह पहल देश की मल्टीलेवल एयर डिफेंस रणनीति को और मजबूती देगी, जिसमें पहले से ही मीडियम रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (MR-SAM) और बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) जैसे अहम सिस्टम शामिल हैं. इनसे एक हाई लेवल हवाई सुरक्षा कवच बनता है.