राजस्थान | में कैबिनेट को लेकर मचा सियासी कोहराम थमने का नाम नहीं ले रहा है। ये लड़ाई काफी लंबी हो गई है और राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खुलकर सीएम अशोक गहलोत के सामने मैदान में आ गए हैं। वहीं अब इस मामले को लेकर दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के दरबार में पहुंचे गहलोत ने कहा है कि राज्य कैबिनेट में किसी भी तरह के फेरबेदल का अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान को ही लेना है।
बता दें कि राजस्थान कैबिनेट में काफी समय से गहलोत और पायलट में खींचतान चल रही है। पायलट लगातार इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि उनके करीबी और समर्थकों को कैबिनेट में शामिल किया जाए। कहा ये भी जा रहा है कि गहलोत ने अपनी कैबिनेट में अपने ही करीबियों को शामिल किया हुआ है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही सचिन पायलट ने कहा था कि जिन कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पार्टी को जिताने के लिए पूरी जी-जान लगाई है उनको इसका उचित सम्मान मिलना चाहिए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए गहलोत ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाउम लगतार बढ़ रहे हैं।
सोनिया गांधी की तरफ से उन्हें इस बात का निर्देश दिया गया है कि गहलोत जल्द ही कैबिनेट फैरबदल कर सचिन पायलट के लोगों को शामिल किया जाए। उन्होंने ये भी कहा कि केंद्र को राज्य सरकार को समर्थन देना चाहिए। उनका कहना था कि वो पार्टी हाईकमान को राज्य के ताजा हालातों पर जानकारी देंगे। उन्होंने ये भी कहा कि अजय माकन को राज्य के हालात के बारे में पूरी जानकारी है। हम राज्य में एक अच्छी सरकार देना चाहते हैं। राजस्थान के सीएम ने केंद्र से ये भी अपील की कि वो पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करे। यदि केंद्र इस तरह का कोई कदम उठाता है तो राज्य में अपने आप ही इनके दाम कम हो जाएंगे।