फतेहपुर : विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद भी परिस्थितयां अभी तक सुधरी नहीं हैं। हार पर चिंतन चल रहा है। इसी बीच संगठनात्मक जिला नूरपुर भाजपा के महामंत्री डा. सतीश कुमार शर्मा की सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा से यहां नई चर्चा को तूल मिल गया है। डा सतीश शर्मा कहते हैं कि उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास लिया है। पार्टी के ओहदे को नहीं छोडा़ है। भविष्य में जो भी जिम्मेवारी पार्टी द्वारा सौंपी जाएगी उसके बखूभी निभाया जाएगा। पिछले चालीस वर्षों से पार्टी के जुड़ा हुआ हूं। कभी टिकट की मांग नहीं की लेकिन जो फतेहपुर में हो रहा है उस पर अब भाजपा आलाकमान को ध्यान देने की जरूरत है। समझा जा रहा है कि फतेहपुर में कहीं न कहीं अनदेखी का सामना अपनों को करना पड़ा और इसका खामियाजा भाजपा को हार के रूप में भुगतना पड़ा। इस बीच, डा. सतीश शर्मा ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा भले ही की हो पर उन्होंने जिला महामंत्री के पद से अपना इस्तीफा नहीं दिया है। इसके कई राजनीतिक मतलब निकलते हैं, क्योंकि फतेहपुर में भाजपाई पहले से ही गुटबाजी का शिकार रहे हैं और अब हार के बाद तो यह चिंगारी और भी भड़क गई है। भाजपा प्रत्याशी बलदेव ठाकुर हार के कारणों काे देख चुके हैं, लेकिन उनकी चुप्पी इसलिए है कि पार्टी आलाकमान के आदेश पर ही वह चुनाव लड़े। अब किसने, कहां पार्टी का साथ दिया और कौन दूरी बनाए रहा, यह सब कुछ पार्टी के ध्यान में भी है।
भाजपा में टिकटार्थियों की है एक लंबी फौज
फतेहपुर में भाजपा के टिकटार्थियों में एक लंबी फौज है। यहां से कई टिकट के चाहवान चुनाव में उतरे हैं, लेकिन अपनों के द्वारा ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। फतेहपुर में कांग्रेस से टिकट की दावेदारी केवल एक ही परिवार के हाथ में रही पर भाजपा में टिकट को लेकर दूरियां बढ़ती रहीं। और हर बार भाजपा को यहां से हार के रुप में नुकसान ही झेलना पड़ा है।
प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में उठेगा टिकट बदलाव का मामला
प्रदेश में होने वाली प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में फतेहपुर में टिकट आवंटन को लेकर जहां पर मामला उठेगा तो वहीं हर बार टिकट को बदले जाने को लेकर भी चर्चा होगी। फिलहाल इस मामले को लेकर बोलने को लेकर कोई तैयार नहीं है पर यह मुद्दा चर्चा का विषय होगा।
लोगों ने दिया जनमत
इधर, भाजपा से प्रत्याशी रहे बलदेव ठाकुर का कहना है कि उपचुनाव में लोगों ने अपना जनमत दिया है। पार्टी की विकासात्मक नीतियों को लेकर चुनाव मैदान में था। कहां हार हुई है इसे लेकर अब पार्टी हाइकमान भी चितंन मंथन करेगी। एक पार्टी के सिपाही के रुप में अच्छे मत भी प्राप्त किए गए थे।