लखनऊ । पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों से देश में त्राहिमाम की स्थिति है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के लोगों को पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों से कुछ राहत मिल सकती है। दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज शाम को सीएम आवास पर अहम बैठक बुलाई है। इसमें डीजल-पेट्रोल की कीमतों पर भी चर्चा होगी। जानकारी के मुताबिक, वित्त विभाग के अधिकारियों की मुख्यमंत्री ने बैठक बुलाई है। मीटिंग सीएम आवास में होगी। पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ जमाखोरी, कालाबाज़ारी पर भी बात होगी। इस पर भी सीएम योगी कोई अहम फैसला कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश की बात करें तो इंडियन ऑयल की साइट के मुताबिक, गुरुवार को लखनऊ में पेट्रोल की कीमत 105.22 रुपए प्रति लीटर है। वहीं डीजल के रेट 97.48 रुपए प्रति लीटर हैं।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बीच देश भर में तेल के भाव पर महंगाई की मार जारी है। भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर दिन नया रिकॉर्ड बना रही हैं। गुरुवार यानी 28 अक्टूबर को पेट्रोल और डीजल के रेट में 35-35 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है।
विपक्षी पार्टियों ने ईंधन की कीमतों और महंगाई को चुनावी मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। सपा नेता अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत सभी विपक्षी पार्टियों के नेता पेट्रोल-डीजल की कीमतों, महंगाई को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं। माना जा रहा है कि योगी सरकार चुनाव से पहले ईंधन की कीमतों में कटौती करके जनता को कुछ राहत दे सकती है। देश में पेट्रोल और डीजलों की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में तमाम लोगों को उम्मीद थी, कि मोदी सरकार इसे जीएसटी में लाकर लोगों को राहत दे सकती है। लेकिन सितंबर के आखिरी में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। दरअसल, ज्यादातर राज्य पेट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के पक्ष में नहीं थे।