
जयपुर । राज्य में 15 साल पुराने वाणिज्यिक वाहनों को नहीं हटाया जाएगा प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि 15 साल पुराने वाहन हटने से कितने लोग बेरोजगार हो जायेंगे कोरोना की वजह से पहले ही बेकारी काफी हो गई है कम से कम प्रदेश में तो 15 साल पुराने वाहन हटने से कितने लोग बेरोजगार हो जायेंगे। कोरोना की वजह से पहले ही बेकारी काफी हो गई है कम से कम प्रदेश में तो 15 साल पुराने वाहन नहीं हटेंगे। स्क्रेप पॉलिसी पर पूछने पर उन्होने कहा कि इस बारे में बात करना अभी बेमानी है केन्द्र सरकार को दूरदर्शीपूर्ण निर्णय करने चाहिए। गौरतलब है कि प्रदेश में इस समय करीब साढे तीन लाख वाणिज्यिक वाहन है जिसमें से अकेले जयपुर में इनकी संख्या करीब 40 हजार है इनमें ट्रक ट्रोलो से लेकर बसें, पिकअप और ऑटो रिक्शा तक शामिल है। गाडियां स्क्रेप हुई है या नहीं यदि वाहन फिटनेस में पास हो जाते है तो उनकी 5 सालों के लिए दूट मिल सकती है पुरोन व्यवसायिक वाहनों को बाहर करने की डेडलान सबसे पहले 31 मार्च 2020 तय की गई थी लेकिन कोविड के चलते आधा दर्जन बार इस डेडलाइन को आगे बढाया जा सकता है। केन्द्र सरकार ने पुराने व्यवसायिक वाहनों को सडकों से हटाने की डेडलाइन कई बार बढाने के बाद आखिरकार 30 सितम्बर 2021 तय कर दी लेकिेन केन्द्रीय सडक परिवहन मंत्रालय की ओर से पिछले दिनों घोषित की गई स्क्रेप पॉलिसी की वजह से अब एक बार और इस डेडलाइन को आगे बढ़ाया जा सकता है पुराने व्यवसायिक वाहनों को बाहर करने की समय सीमा 30 सितम्बर है जबकि नए स्क्रेप पॉलिसी 1 अक्टूबर से लागू होनी है पुराने वाहनों के स्क्रेप होने के प्रमाण पत्र के आधार पर ही क्रेता नया वाहन खरीद सकता है जिसमें उसकी कई तरह की छूट भी दी गई है लेकिन इतनी जल्दी पुरानरी गाडी को स्क्रेप करवा कर नई गाडी के लिए प्रमाण पत्र लेना कोई आसान काम नहीं है।