
कानपुर । जिले में तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर कोपरगंज के पास सड़क किनारे खड़ी डीसीएम में जा भिड़ी हादसे में आर्किटेक्ट छात्र और चालक की मौत हो गई। वहीं छात्र के बहनोई गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मशक्कत के बाद कार में फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला और रीजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
जानकारी के मुताबिक मूल रूप से उन्नाव के कल्याणीदेवी निवासी मदनमोहन शुक्ला का बड़ा बेटा अनुभव उर्फ नंदू (23) लखनऊ के गवर्नमेंट काॅलेज ऑफ आर्किटेक्चर (जीएसए) का छात्र था। परिवार में छोटा भाई चंदन और दो बहनें हैं। सोमवार को वह शास्त्री नगर में रहने वाली अपनी बहन अमृता के घर आया था जहां से मंगलवार सुबह उसे दिल्ली के लिए निकलना था। वहीं अमृता के कल्याणपुर मिर्जापुर नई बस्ती में रहने वाले ननदोई अनुपम मिश्रा को नोएडा जाना था। इस पर वह टैक्सी से निकले और शास्त्री नगर से अनुभव को लेते हुए सेंट्रल स्टेशन जा रहे थे। तभी कोपरगंज स्थित चाचा नेहरू अस्पताल के सामने सड़क किनारे खड़ी डीसीएम में तेज रफ्तार टैक्सी कार अनियंत्रित होकर पीछे से जा घुसी। टक्कर इतनी भीषण थी कि नौबस्ता के यशोदा नगर निवासी ड्राइवर सहदेव (25) और आगे बैठे अनुभव व पीछे बैठे अनुपम गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर पहुंची रायपुरवा पुलिस ने तीनों को लोगों को मशक्कत के बाद कार से निकालकर सर्वोदय नगर के रीजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराकर उनके पास से मिले मोबाइल फोन से परिजनों को सूचना दी। कुछ देर चले उपचार के बाद ही अनुभव और ड्राईवर सहदेव की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि तेज रफ्तार और अंधेरा होने के चलते हादसा हुआ जिससे टैक्सी कार पीछे से डीसीएम में जा घुसी परिजनों को सूचना देकर शवों को पोस्टर्माटम के लिए भेजा गया है।