उदयपुर. खाकी वर्दी में सख्त रवैया अपनाने वाली पुलिस (Police) का लेकसिटी उदयपुर (Udaipur) में मानवीय पहलू भी सामने आया है. पुलिसकर्मियों ने अपनी साथी की मौत के बाद पीड़ित परिवार को सहयोग करने के लिये ऐसा काम किया जिसकी आज सभी जगह प्रशंसा हो रही है.उदयपुर पुलिस ने अपने कांस्टेबल साथी की सड़क हादसे में मौत हो जाने के बाद उसके परिवार को आर्थिक संबल देने के लिये एक मुहिम शुरू की थी. महज एक सप्ताह के भीतर उनकी मुहिम ने मूर्त आकार ले लिया और उन्होंने सात लाख रुपये एकत्र कर लिये. उसके बाद यह राशि पीड़ित परिवार को सौंपी दी गई है.

27 मई को हुआ था हादसा
जानकारी के अनुसार उदयपुर के ओगणा थाना में तैनात नरेश यादव की 27 मई को सड़क हादसे में मौत हो गई थी. नरेश यादव बाइक से अपने घर आ रहे थे. उसी दौरान एक गाड़ी ने उनको टक्कर मार दी जिसमें उनकी मौत हो गई. नरेश यादव एक मिलनसार पुलिसकर्मी थे. इसी वजह से उनके विभाग में पुलिसकर्मियों से प्रगाढ़ रिश्ते थे.


एक नहीं कई ग्रुप बनाने पड़े
दुख की इस घड़ी में नरेश के परिजनों को संबल प्रदान करने के लिये उनके साथी सुनील बिश्नोई सहित कुछ पुलिसकर्मियों ने आर्थिक सहायता करने का मानस बनाया. इसके लिये एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया. देखते ही देखते इस ग्रुप में मदद करने वालों की संख्या बढ़ गई. उसके बाद ऐसे कई ग्रुप बनाकर उनमें लोगों को जोड़ा गया.

500 रुपए से लेकर 51000 तक का सहयोग किया
महज एक सप्ताह में पुलिसकर्मियों ने इस मुहिम के तहत करीब सात लाख रुपए इकट्ठे कर लिये. बाद में इस राशि को नरेश के शोक संतप्त परिवार को सौंप दिया गया. नरेश यादव के परिवार को सहायता करने के लिए जो लोग आगे आए उन्होंने 500 रुपए से लेकर 51000 तक की राशि देकर सहयोग किया. यही नहीं पुलिस की स्पेशल पुलिस टीम ने एक मामले के खुलासे में मिले 5000 के नकद इनाम को भी इसी सहयोग राशि में भेंट कर दिया.