
लखनऊ। कानपुर में पुलिस की गिरफ्त में आए हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने के मामले में पुलिस ने बीजेपी नेता नारायण भदौरिया को आरोपी बनाया है। अब नारायण भदौरिया की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। साथ ही फ़ोटो जारी करके सूचना देने की अपील की गई है। पुलिस का कहना है कि इनामिया अपराधी मनोज को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाए जाने के मामले में पुलिस को कई वीडियो मिले, इनमें से सात आरोपियों की पहचान कर ली गई है। बाकी की तस्वीर जारी की जा रही है, किसी को इनकी जानकारी हो तो पुलिस को बता सकते हैं।
नौबस्ता थाना क्षेत्र के उस्मानपुर में नारायण सिंह भदौरिया का जन्मदिन एक निजी गेस्ट हाउस में मनाया जा रहा था। कार्यक्रम में अपराधी मनोज सिंह भी पहुंचा था, सूचना लगने पर थाने की पुलिस टीम भाजपा नेता के कार्यक्रम में पहुंची। हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को गिरफ्तार कर ले जाने लगी। सूचना मिलते ही नारायण भदौरिया अपने सामर्थको के साथ सड़क पर पहुंचे और पुलिस की जीप को चारों ओर से घेर लिया और हिस्ट्रीशीटर को छोड़ने की बात करने लगे। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर को छोड़ने से मना कर दिया। इसके बाद भाजपा नेता और उसके समर्थक भड़क गए और पुलिस से झड़प पर उतारू हो गए। इसी बीच कुछ ने जीप में बैठे हिस्ट्रीशीटर को जीप से उतारकर भगा दिया। इस दौरान पुलिस भाजपा नेताओं के सामने पूरी तरह से बेबस नजर आई। हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, बलात्कार जैसी गंभीर धाराओं में 34 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं हिस्ट्रीशीटर को भगाने वाले भाजपा दक्षिण जिला मंत्री नारायण भदौरिया का भी आपराधिक इतिहास है। नारायण पर धारा 307, 308 जैसी गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। इस पूरे मामले का वीडियो पुलिस का हाथ लगा। इस वीडियो के आधार पर अब बीजेपी नेता और उनके कार्यकर्ताओं पर शिकंजा कसा जा रहा है।