बरेली| यूपी पंचायत चुनाव में कई ग्राम प्रधानों को हार का मुंह देखना पड़ा है। वर्षों से काबिज प्रधानी की सीट चले जाने से नाराज कई पूर्व प्रधानों के समर्थक जीते प्रत्याशी पर हमलावर भी हुए हैं। चुनाव में जार-जीत के दौरान यूपी के बरेली से एक नया मामला सामने आया है। यहां प्रधानी के चुनाव में बिरादरी के लोगों के वोट न मिलने से प्रत्याशी इस कदर नाराज हो गया कि उसने धर्म परिवर्तन की धमकी दे डाली। प्रत्याशी का कहना है कि बिरादरी के लोगों ने भरोसा देकर चुनाव में उतारा और वोट न देकर हरवा दिया। हार जाने के बावजूद अब बिरादरी के लोग उपहास और उपेक्षा की भावना से बर्ताव करते हैं। उधर, प्रत्याशी की धमकी की खबर सुनकर भाजपा नेता मनाने पहुंच गए। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और जिलाध्यक्ष पवन शर्मा से फोन पर बात कराई। ठिरिया बन्नोजान गांव के सुरेश गंगवार वर्ष इस बार प्रधानी चुनाव लड़े तो मात्र 43 वोट मिले। उनका कहना है कि बिरादरी के लोगों ने उन्हें जिताने का भरोसा देकर चुनाव लड़ने को कहा। मगर चुनाव में वोट नहीं दिए। इसके चलते उनकी बुरी हार हुई। हार होने के बाद भी बिरादरी के लोग उपेक्षा कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे पहले 2010 में गांव से प्रधानी का चुनाव लड़े थे। तब वह 626 मत पाकर 225 वोटों से चुनाव हार गए थे। चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहे थे। वर्ष 2015 में परिवार और बिरादरी के लोगों के कहने पर वह चुनाव नहीं लड़े थे। अब अपनी बिरादरी के लोगों की सहमति के बाद वह प्रधानी का चुनाव लड़े थे। लेकिन उनके परिवार और बिरादरी के लोगों ने उनका साथ नहीं दिया। जिसके चलते उन्हें मात्र 43 मत ही मिले। उनका आरोप है कि उनके परिवार और बिरादरी के लोगों ने जानबूझकर चुनाव हरवाया, इतना ही काफी नहीं था अब उनका उपहास उड़ाते हैं और उपेक्षापूर्ण व्यवहार करते हैं। बिरादरी के लोगों ने बोलना तक छोड़ दिया है। सुरेश गंगवार का कहना है कि इन्हीं सब बातों से परेशान होकर उन्होंने अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ धर्म परिर्वतन करने का ऐलान किया है।
काफी देर तक समझाते रहे भाजपा नेता
ग्रामीण के धर्म परिर्वतन किए जाने की सूचना मिलने के बाद मंगलवार को भाजपा नेता भुजेन्द्र गंगवार, राकेश गंगवार, श्याम रस्तोगी, ग्राम प्रधान लालाराम कश्यप, लोकमान आदि ने उनके घर पहुंच कर काफी देर तक उन्हें मनाया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने उनकी केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार व भाजपा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा से उनकी फोन पर बात कराई। भाजपा नेता भुजेन्द्र गंगवार, राकेश गंगवार ने बताया कि सुरेश गंगवार पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। पार्टी के लोगों के साथ गांव पहुंच कर उन्हें समझा बुझा कर सारे गिले शिकवे दूर करा दिए गए है। केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार और पार्टी के जिलाध्यक्ष पवन शर्मा से भी उनकी फोन पर बात करायी थी। उन्होंने भी समझाया है। अब सुरेश गंगवार ने अपना फैसला बदल दिया है।