राजस्थान के जयपुर में एक पाखंडी तपस्वी बाबा खुद को भगवान बता कर महिलाओं को उनके मन की बात पढ़ लेने का दावा करता है। कुछ सामान्य बातों को बोलकर अंधविश्वास के जाल में फंसा लेता है। हैरानी की बात है कि लोगों के मन की बात जानने वाला बाबा खुद की किस्मत को नहीं समझ पाया। जयपुर के बिंदायका की पीड़ित ने बताया कि आश्रम में गर्भवती होने पर महिलाओं को गोलियां खिलाकर उनका गर्भपात कराता था।
60 साल के तपस्वी बाबा ने घरेलू कलह का फायदा उठा कर कई परिवार बर्बाद कर दिए हैं। लोगों को डरा-धमकाकर रुपए भी ऐंठ लिए हैं। बाबा के खिलाफ 4 महिलाओं ने भांकरोटा थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज करा रखा है। फिलहाल बाबा जेल में है। सीकर की महिला ने बाबा के सेवकों के खिलाफ डराने-धमकाने की भी शिकायत दी है।
आश्रम में तपस्वी बाबा चिलम पीता हुआ। बताया जाता है कि आश्रम में आने वाली महिला अगर खुद को बाबा को समर्पित नहीं करती थी उसे भांग का नशा देकर वह उनसे दुष्कर्म करता था।
आश्रम की कड़वी सच्चाई: कई परिवारों की चीखें दब गईं
बिंदायका की पीड़ित ने बताया कि आश्रम में जाने वाली महिलाओं को बाबा के कमरे में ले जाया जाता था। बाबा को जो महिला खुद को समर्पित कर देती तो ठीक, नहीं तो भांग का नशा करवा कर दुष्कर्म करता था। बाबा की कुछ खास सेविकाएं थीं, अगर कोई महिला गर्भवती हो जाती तो वे सेविकाएं महिलाओं को बुलाकर गोलियां खिला देती थीं। बाबा के सेवक महिलाओं और उनके परिवार को बर्बाद करने की भी धमकी देते हैं। डर के कारण आश्रम में ही कई परिवारों की चीखें दब कर रह गई हैं।
आश्रम से भांग के पौधे बरामद हुए
हरमाड़ा पुलिस ने तपस्वी बाबा के गिरफ्तार होने के बाद एक आश्रम से भांग के पौधे बरामद किए। तपस्वी बाबा आश्रम में ही भांग की खेती करता था। पुलिस ने बाबा के दिल्ली रोड स्थित आश्रम से एक सेवक को भी गिरफ्तार किया था। बाबा अभी जेल में है। पुलिस के अनुसार आश्रम से 24 किलो भांग बरामद हुई थी। इन्हीं भांग के पौधों से वह प्रसाद तो कभी पकौड़े बनाकर महिलाओं को खिलाता था। नशा होने पर महिलाओं से दुष्कर्म करता था।
तपस्वी बाबा आश्रम में महिलाओं को प्रवचन देता हुआ।
आर्किटेक्ट पति और M.Sc. पास पत्नी के विवाद का उठाया फायदा
बिंदायका की पीड़ित M.Sc. पास महिला और उनके आर्किटेक्ट पति से बात की। उन्होंने बताया कि जीवन की सबसे बड़ी भूल कर बैठे हैं। वे बताते हैं कि एक दिन पत्नी से विवाद हो गया था। नोंकझोंक के बाद नौबत मारपीट तक पहुंच गई। पत्नी मायके चली गई। कुछ दिनों तक बातचीत बंद रही। तब पत्नी को उसकी बहन ने ही तपस्वी बाबा के पास आश्रम ले जाने की बात कही। बाबा ने दोनों पति-पत्नी को आश्रम में आने के लिए बोला। वे दोनों आश्रम में जाने लगीं।
पहली बार हाथ-पैर दबवाए, बोला परीक्षा ले रहा था
पीड़ित महिला ने बताया कि वह आश्रम में जाने लगी तो बाबा की सेविका ने रात को भी रुककर सेवा करने की बात कही। वह रात को आश्रम में रुकी तो उसे अन्य महिलाओं के साथ बाबा के कमरे में ले जाया गया। वहां पर कुछ सेविकाएं हाथ-पैर दबा रही थीं। वह चौथे दिन गई तो बाबा ने कपड़े उतारने को कही। वह डरकर नीचे जाने लगी, तो बाबा ने कहा कि तुम्हारी परीक्षा ले रहा था।
डरा-धमका कर करता रहा दुष्कर्म
आर्किटेक्ट पति ने बताया कि उनकी पत्नी को बाबा ने कमरे में बुलाया। उसे भांग की गोली खिला दी। नशा होने पर बाबा बोला समर्पण का भाव रखो। इसके बाद दुष्कर्म किया। वह इस घटना के बाद 6 महीने तक आश्रम नहीं गई। दोबारा बुलाया। इसके बाद डरा-धमकाकर कई बार दुष्कर्म किया। पति को बर्बाद करने की धमकी दी। बार-बार आश्रम में बुलाकर दुष्कर्म करता रहा। पीड़ित से मंदिर और गौशाला बनाने के नाम पर 13 लाख रुपए से ज्यादा रकम ऐंठ चक है।
पांच आश्रम में जाने के अलग दिन तय
पीड़ित के पति ने बताया कि बाबा का पहला आश्रम मुकुंदपुरा, दूसरा दिल्ली रोड पर चौक गांव, तीसरा सीकर में कोछोर, चौथा डिग्गी रोड पर और पांचवां कालवाड़ रोड पर है। बाबा ने हर आश्रम में जाने के लिए अलग-अलग दिन तय कर रखे हैं। पीड़ित ने बताया कि एक आश्रम में 150 से ज्यादा सेवक-सेविकाएं हैं।