वाराणसी। रामनगर में समाज कल्याण विभाग के औद्योगिक अस्थान की जमीन पर निर्माणाधीन वृद्धा आश्रम धीरे धीरे आकार लेने लगा है। कार्यदायी संस्था नार्दन कोल फिल्ड लिमिटेड सिंगरौली को जुलाई के अंत तक इस कार्य को पूर्ण कराना है।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने पिछले दो मई को निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था को तय समय पर गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया था। हालांकि जुलाई तक कार्य पूर्ण करना मुश्किल होगा। इसमें कुछ देर लग सकती है। बहरहाल, काम तेजी से चल रहा है।
यह आश्रम पीपीपी माडल पर संचालित चलेगा। अपना घर आश्रम टयजैसी संस्थाओं को संचालन का मौका मिल सकता है। हालांकि संस्था का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी को करना है।
वृद्धा आश्रम निर्माण के लिए एनसीएल ने सीएसआर फंड से 23.14 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। वर्तमान में जमीन पर लगभग ढाचा खड़ा हो चुका है। शेष कार्य होने हैं। वाराणसी में सारनाथ वृद्धा आश्रम के बाद दूसरा यह बड़ा बजुर्गों के लिए आश्रय स्थल होगा।
इसमें एक साथ 60 साल के ऊपर के 100 लोगों को ठहरने का अवसर मिलेगा। बुजुर्गों को यहां मेडिकल से लगायत समस्त सुविधा मिलेगी। इस आश्रम में पुरुष व महिला के लिए दस बेड का नर्सिंग स्टेशन भी बनेगा। बुजुर्गों के लिए इंडोर गेम की भी सुविधा मिलेगी।
एक ही परिसर में निराश्रित बच्चे, बुजुर्ग व दिव्यांगजन की सेवा
रामनगर में निर्माणाधीन वृद्धा आश्रम के पास ही दिव्यांगजनों के कामन रीजनल सेंटर (सीआरसी) का भी निर्माण होना है। दिव्यांगजनों को यहां सहायक उपकरण समेत बहुतायत सुविधाएं भी मिलेंगी। यह पूरी तरह रिसर्च संस्थान सरीखा होगा।इस परिसर में पास ही निराश्रित बालक बालिकाओं का आश्रय स्थल व सुधार गृह भी है।
महत्वपूर्ण
जुलाई, 2024 में कार्य प्रारंभ हुआ
जुलाई,2025 पूर्ण करने की तिथि
निर्माण पर 23.14 करोड़ रुपये स्वीकृत
100 कक्ष में तीस डबल बेड रूम
छह स्टाफ रूम, 16 सिंगल रूम
दो डारमेंट्री व एक भोजनालय
छह लिफ्ट व दो सीढ़ी
मीटिंग हाल, इंडोर गेम रूम
बुजुर्गों के लिए दो टेरिस गार्डेन
दिव्यांगजन के लिए शौचालय