पटना। संघ लोकसेवा आयोग की इंजीनियरिंग सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा आठ जून को पटना के 12 उपकेंद्रों पर होगी। दो पालियों में होनेवाली परीक्षा में 5,773 परीक्षार्थी शामिल होंगे। स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा संपन्न कराने को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त डा. चंद्रशेखर सिंह ने आयुक्त कार्यालय सभागार में स्थानीय निरीक्षण अधिकारियों, दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों, केंद्राधीक्षकों एवं अन्य अधिकारियों की ब्रीफिंग में यह कहा। 

केंद्रवार पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति

आयुक्त ने कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होने वाली परीक्षा की गरिमा एवं महत्ता को ध्यान में रखते हुए सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों एवं पदाधिकारियों को सक्रिय रहना होगा। परीक्षा के 12 उपकेंद्रों के लिए पांच जोन बनाकर 12 स्थानीय निरीक्षण पदाधिकारियों, इतने ही सहायक पर्यवेक्षक-सह-स्टैटिक दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इनके अलावा पांच जोनल दंडाधिकारियों, छह सुरक्षित दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। पुलिस बल को भी लगाया गया है।

सुचारु रखेंगे यातायात व्यवस्था

यूपीएससी की मार्गदर्शिका के संबंध में आयुक्त ने पदाधिकारियों को बताया। प्रतिनिधियों ने भी अहम जानकारी दी। संबंधित थानाध्यक्ष परीक्षा उप केंद्रों के आसपास गश्ती करेंगे। विधि-व्यवस्था संधारण, यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करेंगे। आयुक्त ने कहा कि परीक्षार्थियों के आवागमन एवं पदाधिकारियों के भ्र्रमण को लेकर ट्रैफिक एसपी अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे।

परीक्षार्थियों को प्रवेश में नियमानुसार कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। आयुक्त ने कहा कि परीक्षा केंद्र में किसी प्रकार के संवाद उपकरण प्रतिबंधित हैं। परीक्षा कार्य से जुड़े अन्य पदाधिकारी-कर्मी भी अपने साथ केंद्र के भीतर मोबाइल, या अन्य गैजेट नहीं ले जा सकेंगे। किसी भी परीक्षार्थी को किसी भी परिस्थिति में परीक्षा प्रारंभ होने के निर्धारित समय से 30 मिनट पूर्व के बाद प्रवेश एवं उपस्थित परीक्षार्थी को परीक्षा समाप्ति के पूर्व केंद्र छोड़ने की अनुमति नहीं है। 

सिटी मजिस्ट्रेट सह प्रभारी दंडाधिकारी आलोक कुमार को जिला नियंत्रण कक्ष में नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है। बैठक में आयोग के प्रतिनिधि, आयुक्त के सचिव विनय कुमार ठाकुर, अपर जिला दंडाधिकारी राजेश रौशन समेत अन्य भी उपस्थित थे।