मुंबई में एक डॉक्टर के लिए ट्रेन का सफर एक भयावह सफर बन गया। 50 साल के डॉक्टर योगेश देशमुख और उनकी पत्नी दिपाली देशमुख अपने 9 साल की बेटी के साथ लोकमान्य तिलक टर्मिनस (कुर्ला)- नांदेड़ एक्सप्रेस में सफर कर रहे थे। इस दौरान लूटपाट की एक घटना हुई।

एनडीटीवी के अनुसार, यह हादसा कंजुमर्ग और भांडुप के बीच हुई। ट्रेन के कुर्ला टर्मिनस से रवाना होने के 15 मिनट बाद ही एक लुटेरे ने दिपाली देशमुख का हैंडबैग छीनने की कोशिश की। उन्होंने इसका विरोध किया। जब उन्होंने अपना हैंडबैग पकड़ा, तो लुटेरा उन्हें घसीटते हुए कोच के गेट तक ले गया।

डॉक्टर योगेश का कट गया हाथ
इसके बाद ऊपर की बर्थ पर सो रहे उनके पति ने दौड़कर उन्हें बचाया। उन्हें बचाने की कोशिश में दोनों ही पटरी पर गिर गए। दिपाली को कुछ चोटें आईं, जबकि उनके पति का हाथ ट्रेन के नीचे कुचल गया। उस समय तक ट्रेन धीमी हो चुकी थी और लुटेरा हैंडबैग लेकर कूद चुका था। घटना के दौरान कोई भी रेलवे सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं था।

अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज
देशमुख ने पुलिस को बताया कि उन्होंने और उनके पति ने पुलिस हेल्पलाइन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें अपने स्थान के बारे में पता नहीं था। एक टेम्पो चालक ने उन्हें मदद मांगते हुए देखा और उन्हें एक निजी अस्पताल ले गया। दंपती की नाबालिग बेटी को कल्याण में सुरक्षित रूप से उतार लिया गया और अधिकारियों को घटना के बारे में सूचित किया गया।

रेलवे पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और संदिग्ध की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।