रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राजधानी रांची में बहुप्रतीक्षित सिरमटोली फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। सिरमटोली चौक से राजेंद्र चौक होते हुए मेकान गोलचक्कर तक पहुंचने वाले इस फ्लाईओवर के शुरू होने से आम लोगों को जाम से काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
सिरमटोली चौक से मेकान चौक तक की यात्रा अब महज पांच-सात मिनट में पूरी हो सकेगी। पहले यह दूरी तय करने में लगभग 30 मिनट का समय लगता था और लोगों को जाम से भी जूझना पड़ता था।
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय के एक्स हैंडल पर पोस्ट किया गया कि यह सिर्फ संरचना नहीं, बल्कि हेमंत सोरेन सरकार का राज्यवासियों को सुविधा उपलब्ध कराने के प्रति समर्पण का जीवंत प्रमाण है।
बता दें कि 2.34 किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर का निर्माण झारखंड सरकार के पथ निर्माण विभाग की देखरेख में 355.76 करोड़ की लागत से कराया गया है। लगभग ढाई वर्ष पहले 19 अगस्त 2022 को मुख्यमंत्री ने इसकी आधारशिला रखी थी। इसके साथ ही अब रांची में दो बड़े फ्लाईओवर चालू हो चुके हैं। इससे पहले कांटाटोली फ्लाईओवर का पिछले वर्ष लोकार्पण किया गया था।
निर्माण में नई तकनीक का प्रयोग
सीएमओ की ओर से एक अन्य पोस्ट में लिखा गया कि इस पुल के निर्माण में झारखंड में पहली बार नवीनतम तकनीक मोनो पाइल फाउंडेशन को अपनाया गया है। साथ ही सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रीकास्ट पायर कैप औऱ प्रीकास्ट गिर्डर जैसी नवीनतम इंजीनियरिंग तकनीकों का प्रयोग किया गया है। 132 मीटर लंबा एक्स्ट्रा एक्स्ट्रा डोज्ड केबल स्टे और 42 मीटर ऊंचे चार पाइलन भी इसकी विशेषताओं में शामिल हैं।
कार्तिक उरांव के नाम पर फ्लाईओवर का नामकरण
खास बात यह है कि इस फ्लाईओवर के रैंप से जुड़े विवाद को लेकर एक दिन पहले ही कई आदिवासी संगठनों ने झारखंड बंद का आयोजन किया था। इसके ठीक अगले दिन अचानक इसका लोकार्पण कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सबको चौंका दिया। राज्य सरकार ने इस फ्लाईओवर का नामकरण पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपने दौर के कद्दावर आदिवासी नेता रहे कार्तिक उरांव के नाम पर करने की घोषणा की है।
सीएम ने सिरमटोली में उठे विवाद को लेकर भी अपनी सफाई पेश की और कहा, हम झारखंड का विकास चाहते हैं। कुछ लोग राजनीति की रोटियां सेकते हैं। आज यह बन गया तो शहर जाम से मुक्त होगा। हम पेट्रोल भी बचाएंगे। जाम से होने वाली परेशानी से भी मुक्ति मिली। अभी इस तरह की कई योजनाएं हैं।
राज्य के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्धः हेमंत सोरेन
डोरंडा के वन भवन परिसर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने करीब 30 मिनट के भाषण में विपक्ष पर कटाक्ष भी किया और अपने काम की उपलब्धियां भी बताईं। पर्यावरण दिवस पर उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे बचेंगे तभी इंसान बचेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि सभी लोग एक-एक पौधा अवश्य लगाएं और प्लास्टिक से परहेज करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को आप सबों का बड़ा सहयोग मिला है। ऐसे में हमारी सरकार राज्य की जनता के प्रति जिम्मेदारियों को पूरी संवेदनशीलता के साथ निभा रही है। एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते हम शहर से लेकर गांव तक हर व्यक्ति, वर्ग, समुदाय और तबके के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य योजनाओं को धरातल पर उतार रहे हैं, ताकि इस राज्य को पूरी मजबूती के साथ आगे ले जा सकें।
इस कड़ी में जहां बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, वहीं मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना के जरिए नारी सशक्तीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसी ही कई और योजनाएं हैं, जिनसे लोगों को सशक्त बनाने का प्रयास निरंतर जारी है। गांव की महिलाएं ग्रामीण आर्थिक को गति दे रही हैं।
निर्माण में आई चुनौतियों की भी चर्चा की
इस मौके पर पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने निर्माण में आई चुनौतियों के बारे में बताया। कितनी जमीन ली गई, कितने मकान तोड़े गए, रेलवे के सहयोग को याद किया। इसके प्रति कृतज्ञता भी व्यक्त की। इस मौके पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने भी संबोधित किया और बताया कि सरकार संतुलित विकास की ओर अग्रसर है। इस मौके पर मंत्री संजय प्रसाद यादव ने भी मुख्यमंत्री को बधाई दी कि तमाम अड़चनों के बावजूद फ्लाईओवर आज जनता को समर्पित हो गया।
इस अवसर पर मंत्री सुदिव्य कुमार, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक अमित कुमार महतो, विधायक सुरेश बैठा, राज्य समन्वय समिति के सदस्य राजेश ठाकुर, मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता, सचिव अबुबकर सिद्दीक, प्रधान मुख्य वन संरक्षक अशोक कुमार औऱ रांची रेल मंडल के डीआरएम जसमीत बिंद्रा सहित कई वरीय अधिकारी मौजूद थे।