उत्तर प्रदेश के कानपुर से गंगा दशहरा के अवसर पर दर्दनाक हादसे की घटना सामने आई है, जहां भांजी को बचाने दो मामा भी गंगा में समा गए. इस दौरान मौके पर हड़कंप मच गया. आनन-फानन में गोताखोर और पुलिस ने तीन को नदी से निकाला. उन्हें तुरंत सीएचसी ले गया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद तीनों को मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद से ही पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.

कानपुर के बिल्हौर थाना क्षेत्र के कल्लूपुरवा गांव में रहने वाले सर्वेश के बेटे कृष्णा का गुरुवार को मुंडन था. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनके रिश्तेदार बलराम (22) और संदीप (20) अपने परिवार के साथ पहुंचे थे. गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे सर्वेश की 12 साल की बेटी प्रियंका अपने मामा संदीप और बलराम के साथ गांव के पास ही गंगा में स्नान करने के लिए गई थी, वहां किसी तरह का कोई घाट नहीं है. सभी लोग आराम से नहा रहे थे कि इसी बीच प्रियंका जलकुंभी में डूबने लगी.

गंगा में डूबने से दो मामा और भांजी की मौत
दोनों मामा भी अपनी भांजी को पानी में डूबता देख वह भी उसे बचाने के लिए गंगा में उतर गए. गहराई में जाने पर वह भी डूब गए. सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई. इसके बाद गोताखोरों की मदद से तीनों को बाहर निकालकर उन्हें सीएचसी बिल्हौर भेजा गया. यहां जांच के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. दोनों मामा अपने भांजे के मुडंन में आए थे, लेकिन इससे पहले उनकी मौत हो गई. घटना के बाद से ही पूरा पीड़ित परिवार सहित गांव गमगीन है.

‘4 लाख की दी जाएगी राहत राशि’
पुलिस ने तीनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवार को सौंप दिया गया. प्रियंका का अंतिम संस्कार हो गया है. वहीं, दोनों मृतक युवक का शव उनके घर भेज दिया गया है. घटना की जानकारी देते हुए तहसीलदार सीपी राजपूत ने बताया कि मृतकों के परिजनों को दैवीय आपदा के तहत चार-चार लाख की राहत राशि दी जाएगी.