Vijay Shah- मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में हुई कैबिनेट बैठक में पचमढ़ी वन्य जीव अभ्यारण का नाम राजा भभूत सिंह के नाम पर करने का बड़ा फैसला लिया गया। इसके अलावा बैठक में अनेक अहम निर्णय लिए गए हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान देने वाले प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह कैबिनेट की इस बैठक में भी नहीं आए। भोपाल स्थित बंगला भी खाली पड़ा है, वे यहां भी नहीं हैं। ऐसे में विजय शाह के समर्थक चिंतित हो उठे थे। इसी बीच उनके खंडवा में होने की सूचना आई है।

मंत्री विजय शाह द्वारा दिए गए बयान के बाद उनपर हाईकोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई जोकि अपने काम पर लगी है। सुप्रीम कोर्ट में मामला जाने के बाद विजय शाह ने मीडिया के साथ ही मंत्रिमंडल से भी दूरी बना ली। पचमढ़ी सहित वे कैबिनेट की तीन बैठकों में नहीं पहुंचे। कई दिनों से विजय शाह भोपाल के बंगले पर भी नहीं दिखे। उनके कहीं बाहर जाने के कयास लगाए जाने लगे थे।

अब मंत्री विजय शाह के खंडवा में होने की खबर आई है। सोमवार को वे एक गैंगरेप पीड़िता के घर पहुंचे और परिवार की आर्थिक मदद की व्यवस्था की। मंत्री विजय शाह ने पीड़ित परिजनों से करीब दो घंटे तक बातचीत की। परिवार को 60 हजार रुपए का चेक दिया और घर में टीन का शेड लगवाने का वादा किया।

सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाए जाने के साथ ही विजय शाह एकांतवास में चले गए थे। वे 14 मई से ही किसी कार्यक्रम या मंत्रिमंडल की बैठकों आदि से अलग हैं। इस प्रकार करीब 17 दिन बाद मंत्री विजय शाह सार्वजनिक रूप से नजर आए।