मुंबई। क्या महाराष्ट्र के पवार परिवार के दोनों गुट एक हो जाएंगे? यह सवाल महाराष्ट्र की राजनीति में लंबे समय से बना हुआ है। अब अजित पवार और शरद पवार गुट की एकता के कयास तेज हो गए हैं। इसकी वजह शरद पवार के पोते और उनके करीबी रहे रोहित पवार का एक बयान है। उनसे मीडिया ने पूछा कि अजित पवार की एनसीपी और शरद पवार की एनसीपी-एसपी के बीच विलय हो सकता है। इस पर रोहित पवार ने कहा कि सुप्रिया सुले ही इस बारे में आखिरी फैसला लेंगी। रोहित का विलय को लेकर इनकार न करना और पूरी बात तो सुप्रिया सुले पर छोड़ना मायने रखता है। 
अब तक रोहित पवार या फिर परिवार का कोई भी सदस्य एकता की बातों को खारिज करता आ रहा था। अब यदि उन्होंने एकता की बात पर खुलकर जवाब नहीं दिया है तो इसके मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि अंदरखाने कुछ चल रहा है। ऐसे में रोहित ने कुछ भी साफ जवाब नहीं दिया। 
एक कार्यक्रम में बोलते हुए रोहित पवार ने कहा कि साहब ने सुप्रिया सुले को यह जिम्मेदारी दी है। वही इस पर विदेश दौरे से लौटकर बात करेंगी। फिलहाल सुप्रिया सुले ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया के कई देशों को जानकारी देने वाले डेलिगेशन के साथ विदेश में हैं। सुप्रिया सुले 5 जून को भारत वापस आएंगी और हम सभी उनका इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अजित पवार गुट के साथ विलय को लेकर हमारे विधायकों या कार्यकर्ताओं के बीच कोई बात नहीं हुई। सुप्रिया सुले ही कोई फैसला लेंगी। 
माना जा रहा है कि शरद पवार बीजेपी और एनसीपी की अजित पवार के साथ गठबंधन पर विचार कर रहे हैं, लेकिन अब भी संदेह है। इसकी वजह है कि शरद पवार का राजनीतिक रूप से चौंकाने का इतिहास रहा है। रोहित ने कहा कि शरद पवार जब कुछ कहते हैं तो उसके गहरे मायने होते हैं। कई बार वह जो कहते हैं, उससे उलट कुछ चल रहा होता है। उन्होंने कहा कि शरद पवार महाराष्ट्र की जनता के हित में जल्द ही कोई फैसला लेंगे। 
बता दें अजित पवार गुट ने जब अलग होकर बीजेपी के साथ गठबंधन किया था तो शरद पवार गुट का यही कहना था कि ऐसा करना गलत है। इसलिए क्योंकि बीजेपी के साथ उसके वैचारिक मतभेद हैं। अब यदि शरद पवार की पार्टी ने अजित का साथ दिया और बीजेपी संग गठबंधन हुआ तो यह चौंकाने वाली बात होगी।