Tej Pratap Yadav: लालू यादव के बेटे तेज प्रताप इन दिनों अपने निजी रिश्तों की वजह से चर्चा में हैं। वे कहां हैं इसकी कोई जानकारी परिवार से लेकर उनके मित्र तक को नहीं है। कुछ दिन पहले ही अनुष्का यादव के साथ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल होने के बाद लालू प्रसाद यादव ने तेजप्रताप को पार्टी और परिवार से बेदखल कर दिया था। इसके कुछ दिनों के बाद बेटे तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर दो पोस्ट शेयर कर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए अपने पिता और भाई से भावुक अपील करते हुए जयचंद की बार बार चर्चा किया। इसके बाद से बिहार का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है।
‘जयचंद’ कौन है, वह बीजेपी बताएगी
बिहार बीजेपी की ओर से इसके बाद एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा गया कि ‘जयचंद’ कौन है, वह बीजेपी बताएगी। बीजेपी के इस पोस्ट के बाद से बिहार में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। जयचंद पॉलिटिक्स में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (लोकतांत्रिक) प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने भी एंट्री मारते हुए लिखा कि- सब पहचानते हैं बिहार के जयचंद को, जो उस वक्त बिहार के सत्ताधिराज थे। जीतनराम मांझी ने लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए आगे लिखा “अपने शासनकाल में दलितों-पिछड़ों-वंचितों का नरसंहार कराने वाला सत्ताधीश जयचंद कौन था? कौन था समाज का जयचंद? सब जानते हैं जंगलराज के पनाहगाहों को, सब बिहार के जयचंद को पहचानते हैं।
तेजप्रताप के बयान से बिहार में बवाल
तेजप्रताप यादव के एक पोस्ट के बाद बिहार में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। सोशल मीडिया एक्स पर तेजप्रताप ने लिखा पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ “जयचंद” जैसे लालची लोग।’ ‘मेरे भाई मम्मी पापा का ख्याल रखना, “जयचंद” हर जगह है अंदर भी और बाहर भी।’इसके कुछ देर के बाद ही तेजप्रताप यादव ने तेजस्वी के लिए एक दूसरा भावुक संदेश शेयर करते हुए लिखा। मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों, तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे। कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो लेकिन खुद कृष्ण को नहीं। हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा। तेज प्रताप ने आगे लिखा- बस मेरे भाई भरोसा रखना। मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं, फिलहाल दूर हूं लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई मम्मी-पापा का ख्याल रखना, जयचंद हर जगह है अंदर भी और बाहर भी। तेजप्रताप के इन दो पोस्ट के बाद बिहार की राजनीति में जयचंद की एंट्री के साथ ही सियासी तापमान बढ़ गया।
एक ही जयचंद है और उसके बारे में सभी को पता है: सम्राट चौधरी
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी और कर्पूरी ठाकुर जी से विश्वासघात कर कांग्रेस की गोद में बैठने वाला बिहार का जयचंद कौन है? एक ही जयचंद हैं! सबको पता है।” बिहार की जयचंद पॉलिटिक्स में एंट्री मारते हुए जेडीयू ने अपने एक्स हैंडल से लिखा है, “समाजवादी आंदोलन के नेताओं से छल करके कांग्रेस की गोद में बैठ कर बिहार को बर्बादी के गड्ढे में धकेलने वाले बिहार के जयचंद को कौन नहीं जानता?”
तेजस्वी के करीबी मित्र की ओर तेजप्रताप का है इशारा?
बिहार की राजनीति को समझने वाले सीनियर पत्रकार लव कुमार मिश्रा कहते हैं कि तेजप्रताप यादव जिस जयचंद की बात कर रहे हैं, वे तेजस्वी यादव के बेहद करीबी मित्र संजय यादव है। राज्यसभा सांसद संजय यादव और तेजप्रताप यादव में कभी नहीं बनी है। निजी रिश्तों की वजह से परिवार में अलग थलग पड़ने पर तेजप्रताप यादव संभवत: इसके लिए संजय यादव को जिम्मेवार मान रहे हैं। वे जब अब बार-बार ‘जयचंद’ की चर्चा कर रहे हैं तो कड़ियों की लड़ियां जुड़ती जा रही हैं और ऐसा लग रहा है कि तेजप्रताप जिस जयचंद की चर्चा कर रहे हैं वो कोई और नहीं संजय यादव हैं।