नई दिल्ली । देश में मॉनसून की दस्तक के बाद से पूर्वोत्तर के कई राज्य बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे हैं। असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और सिक्किम में भारी बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं और इसके कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हजारों की संख्या में सेना ने लोगों को रेस्क्यू किया है। वहीं भारतीय वायुसेना भी लोगों की जान बचाने के अभियान में जुटी हुई है।
मणिपुर में भारतीय सेना बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चला रही है। यहां पर बाढ़ प्रभावित लोगों की सेना मदद कर रही है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। यह अभियान अब 48 घंटे से लगातार चल रहा है। सेना ने 1000 से अधिक लोगों को बचाया है। इंफाल नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है। इसके कारण इंफाल के आसपास के इलाकों में बाढ़ आ गई है।
भारतीय सेना के इस अभियान में असम राइफल्स भी लगातार योगदान दे रही है। सीओ 33 असम राइफल्स ने इंफाल पूर्व और पश्चिम से लगभग 1500 लोगों को बचाया है। आठ टुकड़ियां और चार रिजर्व टुकड़ियां जमीन पर तैनात हैं, जो लोगों की मदद कर रही हैं।
वहीं असम-अरुणाचल सीमा पर उफनती बोमजीर नदी में फंसे चौदह लोगों को रविवार को भारतीय वायु सेना के जवानों ने बचाया।
क्षेत्र में लगातार बारिश से बढ़ते जलस्तर के कारण ये लोग फंस गए थे। जिला प्रशासन ने बचाव योजना पर काम करने के लिए भारतीय वायुसेना और अरुणाचल प्रदेश के अधिकारियों के साथ तुरंत तालमेल किया।
बचाए गए लोगों में तिनसुकिया जिले के 13 लोग और अरुणाचल प्रदेश का एक व्यक्ति है। बाढ़ के कारण असम के 15 से अधिक जिलों में 78,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में राज्य भर में भारी बारिश से आई बाढ़ के कारण सड़क परिवहन, ट्रेन और नौका सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में नौ लोगों की मौत हुई है।
मुख्य सड़क अवरुद्ध हुई हैं और शनिवार को उत्तरी सिक्किम के विभिन्न हिस्सों में लगभग 1,500 पर्यटक फंस गए। सिक्किम के मंगन जिले में तीस्ता नदी में बृहस्पतिवार रात एक वाहन के गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, दो लोग घायल हो गए और आठ अन्य लोग लापता हो गए थे।
पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात, कई इलाके जलमग्न
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