मुंबई: महाराष्ट्र में पुराने वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। मुंबई में रजिस्टर्ड वाहनों का उपयोग करने वाले वाहन मालिकों की संख्या बड़ी है। एचएसआरपी के लिए प्रक्रिया करते समय केवल मुंबई के फिटमेंट केंद्र ही दिखाए जा रहे हैं। इससे वाहन मालिकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि मुंबई में रजिस्टर्ड और गांव में इस्तेमाल होने वाले वाहनों पर एचएसआरपी कैसे लगाई जाए?

क्या है एचएसआरपी प्लेट?
दरअसल एचएसआरपी में एक पंजीकरण प्लेट होती है। इसमें विशिष्ट पहचान संख्या (यूआईएन), स्टिकर और लेजर कोड जैसी विशेषताएं होती हैं। इसमें छेड़छाड़ या परिवर्तन नहीं किया जा सकता। इससे उन वाहनों से संबंधित अपराधों की निगरानी और रोकथाम में मदद मिलती है। इससे 1 अप्रैल 2019 से पहले रजिस्टर्ड सभी वाहनों के लिए एचएसआरपी अनिवार्य हो गया है। इसके लिए 30 जून की समय सीमा तय की गई है।

मुंबई में रजिस्टर्ड वाहन मालिकों के लिए सवाल
परेल में रहने वाले गणेश पाटिल की बाइक मुंबई में रजिस्टर्ड है। इसे पिछले पांच सालों से कोंकण के एक गांव में रखा गया है। इस बाइक का उपयोग गांवों और बस्तियों में आने-जाने के लिए किया जाता है। एचएसआरपी के लिए आवेदन करने की ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने के बाद केवल मुंबई में ही फिटमेंट सेंटर दिखाए जाते हैं। क्योंकि बाइक मुंबई में रजिस्टर्ड है। कहा जा रहा है कि पुराने वाहनों में एचएसआरपी नहीं होने पर जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी इच्छा के बावजूद हम एचएसआरपी नहीं लगा पाए हैं, क्योंकि कोई फिटमेंट सेंटर नहीं है।

क्या है विभाग की तैयारी
महाराष्ट्र के सभी क्षेत्रीय-उपक्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) को तीन सर्किलों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक बोर्ड के लिए एक अधिकृत एजेंट नियुक्त किया गया है। क्षेत्रीय-उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, जहां वाहन रजिस्टर्ड है। उसके आसपास के फिटमेंट केंद्रों की सूची और समय ऑनलाइन प्रणाली में प्रदर्शित किए जाते हैं। परिवहन आयुक्तालय को अभी तक मुंबई में रजिस्टर्ड और गांव में इस्तेमाल किए जा रहे वाहनों के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है। परिवहन आयुक्तालय ने स्पष्ट किया कि इस संबंध में उचित सावधानियां बरती जाएंगी।