मूलेर: ​पिछले डेढ़ साल में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों का माहौल तेजी से बदला है। नए माहौल में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज सुकमा और दंतेवाड़ा की सीमा पर स्थित गांव मुलर में चौपाल लगाई। यह वही इलाका है जहां आम आदमी कभी जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। मुख्यमंत्री साय सुशासन तिहार के तहत आज अचानक दंतेवाड़ा जिले के मुलर गांव पहुंचे। मुलर दंतेवाड़ा-सुकमा जिले की सीमा पर स्थित एक गांव है, जहां नियाद नेलनार (आपका अच्छा गांव) योजना के तहत विकास कार्यों को गति दी गई है। 

सीएम ने ग्रामीणों से की बात

मुख्यमंत्री साय ने इमली के पेड़ के नीचे चौपाल लगाई और खाट पर बैठकर ग्रामीणों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं भी प्रदेश के आदिवासी क्षेत्र जशपुर से आदिवासी हूं, मुझे अपने लोगों के बीच आकर अच्छा लग रहा है। हम आपसे चर्चा करने आए हैं कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आप तक पहुंच रहा है या नहीं। इमली के पेड़ के नीचे आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर ग्रामीण बहुत खुश हुए और उनके सिर पर गौर मुकुट, स्थानीय प्राकृतिक संसाधन महुआ आम के पत्तों की माला और छिंद के पत्तों से बना गुलदस्ता पहनाकर उनका स्वागत किया।

लोगों ने मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवाई

ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के साथ फोटो भी खिंचवाई। मुख्यमंत्री मुलेर में राशन की दुकान पर गए। उन्होंने ग्रामीणों को मिलने वाली खाद्य सामग्री के बारे में जानकारी ली। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र का दौरा किया। उन्होंने बच्चों से बात की और उन्हें चॉकलेट वितरित की। चौपाल में ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री ने उप स्वास्थ्य केंद्र, सड़क, पुलिया निर्माण और माता मंदिर के सौंदर्यीकरण की स्वीकृति दी।