सैन्य अफसर सोफिया कुरैशी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले मोहन सरकार के मंत्री विजय शाह विपक्ष के निशाने पर तो है ही लेकिन भाजपा के ही ज्यादातर नेता खुश नहीं है, लेकिन वे भाजपा उनसे इस्तीफा नहीं ले पाई और न ही मंत्री शाह इस्तीफे के लिए राजी है। देर रात वे भोपाल से अपने विधानसभा क्षेत्र हरसूद के गेस्ट हाउस पहुंचे।वहां वे अपने समर्थकों से मिले। उनके खिलाफ मानपुर थाने में प्रकरण दर्ज होने की जानकारी समर्थकों ने दी, लेकिन वे बोले कि वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात करेंगे। इसके बाद वे इस्तीफा पर फैसला लेंगे। वे रात को गेस्ट हास में रुके और सुबह फिर अपने समर्थकों से मिले।
गैरजमानती धारा में केस दर्ज
मानपुर पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने में भी देरी लगाई। सात बजे से थाने में वरिेष्ठ अफसर बैठे हुए थे, लेकिन एफआईआर का ड्राॅफ्ट भोपाल से बनकर आया। इसके बाद रिपोर्ट लिखी गई। रिपोर्ट में कोर्ट की टिप्पणी का उल्लेख किया गया।देश की अखंडता को खतरे में डालने की धारा में मंत्री के खिलाफ दर्ज प्रकरण गैर जमानती है। इसमें सात साल की सजा भी संभव है। अन्य धारा मेें धर्म, जाति और भाषा के आधार पर वैमनस्य फैलाने का केस भी बना। गुरुवार को इस मामले में कोर्ट में सुनवाई होगी। जिसमें पुलिस प्रकरण दर्ज होने की जानकारी रखेगी। प्रकरण दर्ज होने से पहले मंत्री ने एक वीडियो जारी कर फिर माफी मांगी है। कोर्ट में माफीनामा भी पेश किया जाएगा।