पटना: आइजीआइएमएस शासी निकाय की बैठक मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में हुई। इसमें बीएमएसआइसीएल के पदाधिकारियों को अगस्त के पूर्व निर्माणाधीन 1,200 बेड के नए अस्पताल भवन व 500 बेड के मेडिसिन ब्लाक के शेष 300 बेड की तीन विंग तैयार करने का निर्देश दिया गया। 15 अगस्त के पहले इन दोनों भवनों का उद्घाटन कराने का लक्ष्य है।

मेडिकल सिमुलेटर खरीदारी की मिली अनुमति
इसके अलावा क्षेत्रीय चक्षु संस्थान के लिए नौ नए डाक्टरों की नियुक्ति के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। यही नहीं, पीजी छात्रों व डाक्टरों का कौशल बढ़ाने के लिए जटिल सर्जरी को वास्तिवक जैसे आभासी माहौल में सिखाने के लिए सिमुलेटर खरीदारी को भी स्वीकृत दी गई।

इस मेडिकल सिमुलेटर से डाक्टरों का सर्जरी कौशल बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसमें अभ्यास के दौरान आभासी मरीज सांस लेते, उसकी धड़कन, रक्तस्राव आदि के लक्षण दिखने से डाक्टर सटीक अभ्यास कर सकेंगे। सिमुलेटर से आंखों की पुतलियों व अन्य जटिल सर्जरी सिखाई जाएगी।

अभ्यास के दौरान मानव आंखों की तरह ही व्यवहार करता है। शासी निकाय की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, आइजीआइएमएस के निदेशक प्रो. डा. बिंदे कुमार, डीन प्रो. डा. ओम कुमार, डा. राजेश कुमार तिवारी, डा. भीम कुमार, मनोनीत सदस्य डा. सुभाष प्रसाद, डा. राजीव रंजन व पद्मश्री अलंकृत डा. विजय प्रकाश आदि शामिल थे।

न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की होगी नियुक्ति
बैठक में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति को स्वीकृति दी गई।   इसके अलावा फैकल्टी के प्रमोशन, छात्र-छात्राओं के लिए नए हास्टल निर्माण, हास्टल निर्माण के लिए बीएमएसआइसीएल को टेंडर करने समेत कई आदेश दिए गए।

संस्थान में एक नया लेक्चर हाल बनाने का भी निर्णय लिया गया। वार्ड में देखरेख की निगरानी सेवा शुरू करने का निर्णय लिया गया। 

डेंटल कॉलेज शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकृति संस्थान में लंबे समय से प्रस्तावित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट़्यूट आफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर स्थापित किया जाएगा।

इसे न्यूक्लियर मेडिसिन भवन के बगल में स्थापित किया जाएगा। बताते चलें कि प्रदेश में डेंटल क्षेत्र में परास्नातक की पढ़ाई मात्र दो सीटों पर हो रही है। आइजीआइएमएस में डेंटल के सभी विभागों में पीजी पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।