छत्रपति संभाजीनगर। महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना की ओर से किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की खूब प्रशंसा की। दानवे ने कहा कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने पुरुषों को निशाना बनाया, जिससे उनकी पत्नियों का सिंदूर मिट गया। उन्होंने इस ऑपरेशन के नाम ‘सिंदूर’ को भावनात्मक रूप से उचित ठहराते हुए इसे पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना का प्रतीक बताया।

दानवे ने कहा, “पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने पुरुषों को चुन-चुनकर मारा, जबकि महिलाओं को अलग रखा। इस हमले में 26 पुरुषों की मौत हुई, जिससे उनकी पत्नियों का सिंदूर मिट गया। यह एक दुखद और हृदयविदारक घटना थी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम भावनाओं से खिलवाड़ नहीं है, बल्कि यह उन बहनों के दर्द को दर्शाता है, जिनके सुहाग को आतंकियों ने छीन लिया। इस नामकरण के पीछे भारतीय सेना की मंशा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की नहीं थी, बल्कि यह पीड़ित परिवारों के प्रति सम्मान और प्रतिशोध की भावना को दर्शाता है।

उन्होंने भारतीय सेना के ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि यह पहलगाम हमले का सटीक जवाब था। उन्होंने कहा, “हमने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। 6-7 मई की रात को भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के मुख्यालय शामिल थे। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ नीति को दर्शाती है। इस ऑपरेशन में करीब 90 आतंकियों के मारे जाने की खबर है, जो भारत की सैन्य ताकत और खुफिया एजेंसी रॉ की सटीक योजना का परिणाम है।”

दानवे ने पाकिस्तान की कार्रवाइयों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “हमारी सेना ने आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जबकि पाकिस्तान की ओर से होने वाले हमले आम नागरिकों को निशाना बनाते हैं। यह अंतर स्पष्ट करता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है, न कि निर्दोष लोगों के खिलाफ। हमारी सेना इस तरह के कायराना हमलों का करारा जवाब देगी। पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार और सेना के साथ एकजुट है। हम पाकिस्तान की तरह नहीं हैं, जो निर्दोष लोगों को निशाना बनाते हैं। हमारा देश इस तरह से काम नहीं करता। हमारा लक्ष्य आतंकवादी हैं, पाकिस्तान के लोग नहीं। मेरा मानना है कि हमारा देश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। जब समय आएगा, तो देश पूरी ताकत से जवाब देगा।”

‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नामकरण खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, जिसे दानवे ने संवेदनशील और प्रतीकात्मक बताया। उन्होंने कहा, “यह नाम उन महिलाओं के दर्द को दर्शाता है, जिनके पतियों को आतंकियों ने मार डाला। यह ऑपरेशन न केवल पहलगाम हमले का जवाब है, बल्कि भारत की उस नीति का प्रतीक है, जो आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय एकता और सेना का समर्थन इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है। हमारी सेना ने साबित किया है कि भारत किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।”