पहलगाम हमले के बाद भारत ने बदला लेते हुए पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। एयरफोर्स ने मंगलवार आधी रात 1 बजकर 5 मिनट पर पाकिस्तान और पीओके यानी पाक अधिकृत कश्मीर के भीतर एयर स्ट्राइक की। इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। बता दें कि भारत ने यह जवाबी कार्रवाई 15 दिन के बाद की है। आर्मी ने इसको ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया है। सेना ने यह नाम बहुत ही सोच समझकर दिया है। पहलगाम हमले में 22 अप्रैल को आतंकियों ने केवल पुरुषों को ही शिकार बनाया था। ऐसे में सेना ने यह नाम महिलाओं को समर्पित किया है।
ऑपरेशन सिंदूर में भी डोभाल की अहम भुमिका
कार्रवाई के बाद बुधवार सुबह हुई कैबिनेट मीटिंग में भी पीएम ने ऑपरेशन के लिए तीनों सेनाओं की तारीफ की। ऑपरेशन सिंदूर पर कहा कि ये नया भारत है। पूरा देश हमारी ओर देख रहा था। ये तो होना ही था। पीएम मोदी पूरी रात ऑपरेशन सिंदूर को मॉनीटर करते रहे। इस पूरे ऑपरेशन में एनएसए अजीत डोभाल की अहम भूमिका रही। एनएसए अजीत डोभाल 2014 से भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। इससे पहले वे रॉ एजेंट के तौर पर पाकिस्तान समेत कई देशों में मिशन पर रह चुके हैं। ऐसे में आइये जानते हैं कैसे एनएसए अजित डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर के अलावा उरी और पुलवामा आतंकी हमलों का बदला लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पाकिस्तान में 7 साल रॉ एजेंट रहे डोभाल
अजित डोभाल करीब 7 साल तक पाकिस्तान में रॉ एजेंट रहे हैं। इसका जिक्र उन्होंने एक कार्यक्रम में किया था। जहां पर वे मुस्लिम बनकर रहे थे। इसका एक वाक्या उन्होंने शेयर करते हुए कहा कि पाकिस्तान में एक बुजूर्ग ने उनसे कहा कि वे हिंदू है क्या? इस पर डोभाल ने जवाब देकर कहा कि नहीं वे हिंदू नहीं है। इस पर मुस्लिम उन्हें पकड़कर एक घर में ले गए। वहां पर उन्होंने कहा कि आपके कान छिदे हुए हैं। कान हिंदुओं के छिदे हुए होते हैं। तब मैंने कहा कि मैं बाद में कन्वर्ट हुआ। उन्होंने कहा कि तुम बाद में भी कन्वर्ट नहीं हुए। उसने डोभाल से कहा कि मैंने तुम्हें ऐसा इसलिए कहा क्योंकि मैं भी हिंदू हूं। यहां पर ऐसे घूमना ठीक नहीं है। बुजूर्ग व्यक्ति ने कहा कि इन लोगों ने मेरा पूरा परिवार खत्म कर दिया। आप लोगों को देखकर अच्छा लगता है।
बता दें कि एनएसए अजित डोभाल आपॅरेशन सिंदूर के अलावा उरी और पुलवामा जैसे हमलों के बाद हुए एयर और सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने सेना और खुफिया एजेंसियों के बीच तालमेल बैठाकर आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर हमले कराए। ये डोभाल की रणनीति का ही कमाल था कि भारत ने लगातार तीसरी बार पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया किया है।