बिहार में अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की घटना को लेकर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि बिहार में नौकरियों का अंबार होना चाहिए, लेकिन वहां लाठियों की बौछार है. पटना में अभ्यर्थियों पर पुलिस ने फिर से बर्बर लाठीचार्ज किया है. हमारे लिए ये बेहद दुखद और चिंता का विषय है. हम उसकी कड़ी भर्त्सना करते हैं.

कन्हैया ने आगे कहा कि यह पहला मामला नहीं है. पहले भी कई बार अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया है. यह सब इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि डबल इंजन की फर्जी सरकार अहंकार में है. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है बिहार में लाठीचार्ज की घटना की निष्पक्ष और न्यायिक जांच हो और जो भी अधिकारी दोषी हों, उन पर कार्रवाई की जाए. BPSC का ऑडिट हो, क्योंकि इस संस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.

छात्रों की मांग को सुना तक नहीं जाता

उन्होंने कहा कि बिहार में छात्रों की मांग को सुना तक नहीं जाता. उनके साथ BPSC द्वारा लगातार अन्याय होता है. बिहार में लगभग 4 लाख पद खाली हैं और 2 लाख पद अकेले शिक्षा के क्षेत्र में खाली हैं. छात्र अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए बहुत ही अमानवीय स्थिति में रहते हैं और संघर्ष करते हैं, लेकिन जब नौकरी का नंबर आता है तो उनके साथ अन्याय होता है. उन्होंने कहा कि बिहार में पलायन, रोजगार और शिक्षा की स्थिति बहुत ही अहम मुद्दा है. कांग्रेस पार्टी छात्र हितों के लिए उनके साथ मजबूती से खड़ी है.

‘बिहार में लाठीमार सरकार है’

कन्हैया ने कहा कि बिहार में अब पलटीमार सरकार नहीं है, बल्कि लाठीमार सरकार है. कोई भी मुद्दा हो, बेरहमी के साथ अभ्यथियों के साथ मारपीट की जाती है. वे सिर्फ इतनी मांग कर रहे हैं कि समय पर बहाली निकालिए और पारदर्शी तरीके से उस प्रकिया को पूरा करिए. बिहार के लोगों को बिहार में नौकरी नहीं मिलती. रोजगार नहीं मिलता. स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलती- ये सुनने में बहुत बुरा लगता है. सरकार ने कोविड के दौरान जो आंकड़ा दिया था, उसके अनुसार 70 लाख लोगों ने पलायन किया था.

बिहार में हर बहाली में गड़बड़ी

बिहार में अभी भी ग्रेजुएशन 5 साल में होता है. प्रदेश में हर बहाली में गड़बड़ी होती है और यह सब सरकार की शह के बिना कैसे संभव है? BPSC छात्रों की मांग सुनती नहीं है. बिहार में TRE-3 का एग्जाम हुआ, रिजल्ट आया तो उसकी गड़बड़ी पर सवाल हुए. इसमें एक ही व्यक्ति का सिलेक्शन कई जगह हो गया. छात्रों ने सवाल किया कि एक व्यक्ति का कई जगह सिलेक्शन क्यों किया जा रहा है. उसके बदले मेरिट में आए लोगों को बहाली का मौका दिया जाए, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है.