नई दिल्ली : टीम के हित के लिए बल्लेबाजी क्रम में एक स्थान नीचे आने के लिए राजी होने पर विराट कोहली की तारीफ करते हुए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ यहां दूसरे वनडे में अपनाई गई रणनीति आगे भी जारी रह सकती है क्योंकि बल्लेबाजों ने इस बदलाव से काफी अच्छी तरह सामंजस्य बैठाया।
कोहली ने 62 रन की पारी खेलते हुए अपना 31वां अर्धशतक जड़ा और फार्म में वापसी का संकेत दिया। उन्होंने सुरेश रैना (62) के साथ चौथे विकेट के लिए 105 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी भी की जिससे भारत ने 50 ओवर में सात विकेट पर 263 रन का स्कोर खड़ा किया। भारत ने दूसरा मैच 48 रन से जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर कर दी।
धोनी ने कल फिरोजशाह कोटला मैदान पर मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, कोहली काफी अनुभवी है और जानता है कि टीम उससे क्या चाहती है। हम उसे बल्लेबाजी क्रम में नीचे आने के लिए मनाने में सफल रहे और वह समझ गया कि यह टीम और उसके लिए सही है। हमें सभी चीजों को देखना पड़ता है। उन्होंने कहा, वह ऐसा खिलाड़ी है जो तेजी से रन बनाता है। अगर कोई तीसरे नंबर पर अच्छा कर रहा है और विराट भी चौथे नंबर पर सहज है तो फिर ऐसा क्यों नहीं किया जाए। इसके साथ आगे बढ़ा जाए। लेकिन यह पहली बार किया गया इसलिए देखते हैं कि क्या होता है।
कोहली की जगह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे अंबाती रायुडू ने 32 रन की उपयोगी पारी खेली। धोनी ने भी नाबाद 51 रन बनाए और वह बल्लेबाजी क्रम से खुश हैं। धोनी ने कहा, मेरा मानना है कि यह टीम के लिए अच्छा है कि आपके सबसे अनुभवी खिलाड़ी पांचवें, छठे और सातवें नंबर पर खेलें। और हां, इससे विराट को क्रम बदलने में भी मदद मिली और वह रन बनाने में सफल रहा। यह हर तरह से जीत की स्थिति थी क्योंकि रायुडू को भी लय में आने के लिए अधिक गेंद मिली। इससे विरोधी टीम की रणनीति भी प्रभावित हुई। इसलिए सब कुछ ठीक रहा।
बल्लेबाजों के अलावा गेंदबाजों ने भी अपना काम बखूबी किया। वेस्टइंडीज की टीम 264 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय दो विकेट पर 170 रन बनाकर काफी अच्छी स्थिति में थी जब मैन ऑफ द मैच मोहम्मद शमी (36 रन पर चार विकेट) ने खतरनाक सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ (97) को आउट करके टीम को वापसी दिलाई। लेग स्पिनर अमित मिश्रा (40 रन पर दो विकेट) और रविंद्र जडेजा (44 रन पर तीन विकेट) ने इसके बाद वेस्टइंडीज को समेटने में अहम भूमिका निभाई। धोनी ने सभी गेंदबाजों की तारीफ की।
उन्होंने कहा, यह दोहरे उछाल वाली विकेट थी। मुझे लगता है कि हमने 20 रन कम बनाए लेकिन गेंदबाजों ने काफी अच्छी गेंदबाजी की। बल्लेबाज पर दबाव बनाए रखना और उन्हें स्ट्राइक रोटेट नहीं करने देना महत्वपूर्ण है। शमी ने शानदार स्पैल किया। मिश्रा लय में थे और जब भी उन्होंने गेंद को फ्लाइट किया उन्हें अतिरिक्त मदद मिली और इसके बाद रविंद्र जडेजा ने अपनी भूमिका निभाई।
बल्लेबाजी क्रम में बदलाव से विराट और टीम को मदद मिली: धोनी
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