
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से विवादित बयान देकर सुर्खियों में आई डॉक्टर माद्री के ऊपर मुकदमा दर्ज करने और उन्हें विश्वविद्यालय से सस्पेंड करने की मांग को लेकर तीन दिन पहले से ही बवाल बढ़ गया था. एबीवीपी के महानगर सह मंत्री जतिन शुक्ला ने सैकड़ों सदस्यों को साथ लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर धरना प्रदर्शन किया और कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को ज्ञापन दिया था.
यही नहीं उसके तुरंत बाद इन्हीं छात्रों ने लखनऊ विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज को भी ज्ञापन दिया और मुकदमा दर्ज करने की मांग की. इसके बाद माना जा रहा था कि सोमवार तक विवादित टीचर के ऊपर कार्रवाई होगी. सोमवार को एक बार फिर शिक्षिका पर कार्रवाई न होता देख जतिन शुक्ला और उनकी टीम ने लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के गेट पर डेरा डाल दिया और प्रदर्शन करने लगे. सभी पदाधिकारी एक बार फिर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति से मिले और उन्हें ज्ञापन दिया. इस बीच शिवम सिंह सम्राट, विराट पांडे, अमन दुबे समेत कई छात्र नेता भी विवादित शिक्षिका पर कार्रवाई करने को लेकर हमलावर हो उठे और कुलपति से समय लेकर ज्ञापन देने पहुंचे.
प्रॉक्टोरियल टीम भी मौके पर पहुंची
सुबह से चल रहे लगातार बदलते घटनाक्रम को देखते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन और हसनगंज थाने की पुलिस के साथ ही पीएसी और अन्य जवान भी मुस्तैद दिखे. छात्र नेताओं के अलग-अलग धरना प्रदर्शन करने की वजह से विश्वविद्यालय की प्रॉक्टोरियल टीम भी मौके पर पहुंची और छात्रों को कार्रवाई का भरोसा दिया, लेकिन छात्र कुलपति से मिलने और विवादित शिक्षिका पर तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
“आंदोलन के रूप में लड़ाई लड़ेंगे”
दोपहर बाद कार्यकारी रजिस्ट्रार विद्यानंद त्रिपाठी ने विवादित शिक्षिका के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए उनसे पांच दिन में जवाब मांगा है. इसके बाद छात्र नेताओं ने राहत की सांस ली. जतिन शुक्ला का कहना है कि अगर विवादित शिक्षिका पर कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन और छात्र एकजुट होकर इस मामले में आंदोलन के रूप में लड़ाई लड़ेंगे. एबीवीपी के प्रदर्शन के बाद संगठन से जुड़े छात्रों ने भी डॉक्टर माद्री काकोटि के खिलाफ मोर्चा खोला. दर्जनों छात्रों ने माद्री “काकोटि मुर्दाबाद”, “माद्री काकोटि शर्म करो”, “पाकिस्तान मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाए.
इसके बाद छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल कुलपति से मिला. कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय से भाषा विभाग की शिक्षिका पर जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई करने की मांग समेत ज्ञापन सौंपा. उधर देर रात विवादित शिक्षिका पर तीन दिन पहले एबीवीपी और जतिन शुक्ला की ओर से दी गई तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.