
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पाकिस्तान को ऐसा करारा जवाब दिया है कि इससे न सिर्फ उसका राजनीतिक अहंकार टूटेगा बल्कि उसके नेता भी चौंक जाएंगे। विज ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के हालिया बयानों, खासकर सिंधु जल संधि को लेकर भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की तीखी आलोचना की है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, "पाकिस्तान जितना चाहे रो ले, लेकिन हमारी सरकार ने कड़ा फैसला लिया है। पहले आपके पास आटा नहीं था, अब पानी भी बंद हो गया है। हम जितना हो सकेगा उसे चीर देंगे और आतंकवाद की पाठशाला को नष्ट कर देंगे।" यह बयान न सिर्फ पाकिस्तान की कमजोरी पर प्रहार करता है बल्कि भारत के सख्त रुख को भी दर्शाता है।
पाकिस्तान की दुर्दशा
पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक संकट के ऐसे तूफान में फंसा हुआ है कि कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। देश 2023 से आटे, बिजली और पेट्रोल-डीजल की कमी से जूझ रहा है। बाढ़, बेतहाशा महंगाई और गरीबी ने वहां के हालात और खराब कर दिए हैं। कराची, इस्लामाबाद और पेशावर जैसे शहरों में आटे की 10 किलो की थैली 1500 रुपये तक पहुंच गई है। सस्ता आटा पाने के लिए लोग घंटों लाइनों में खड़े रहते हैं और कई जगहों पर भगदड़ में दर्जनों लोगों की जान चली गई। पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी आसमान छू रही हैं और बिजली कटौती ने आम लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। ऐसे में सिंधु जल संधि पर भारत के खिलाफ पाकिस्तानी नेताओं के बयान उनकी हताशा और लाचारी को ही उजागर करते हैं।
विज का तीखा हमला
पाकिस्तान की इस हिमाकत का जवाब देने में अनिल विज ने कोई कसर नहीं छोड़ी। सिंधु जल संधि पर दबाव बनाने की बिलावल भुट्टो की कोशिश को भारत ने पहले ही खारिज कर दिया था, लेकिन विज ने इसे और भी सख्ती से कुचल दिया। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की हर चाल को नाकाम किया जाएगा। भारत न तो उसकी धमकियों से डरेगा और न ही उसकी गुस्ताखी को बर्दाश्त करेगा।" विज का बयान सिर्फ शब्दों का खेल नहीं है, बल्कि भारत की उस नीति का ऐलान है, जो आतंकवाद की फैक्ट्री कहे जाने वाले पाकिस्तान को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "पाकिस्तान सोचता है कि वह भारत को डरा सकता है, लेकिन अब समय बदल गया है।"
पाकिस्तान की कमजोरी पर प्रहार
विज- "आटा नहीं था, अब पानी भी बंद हो गया" का तंज पाकिस्तान की आर्थिक और सामरिक कमजोरी को उजागर करता है। दशकों से दोनों देशों के बीच जल बंटवारे का आधार रही सिंधु जल संधि अब पाकिस्तान के लिए संवेदनशील मुद्दा बन गई है। भारत के सख्त रुख और संधि पर पुनर्विचार की बात ने पाकिस्तानी नेताओं की रातों की नींद उड़ा दी है। विज का बयान इस बात का संकेत है कि भारत अब नरमी बरतने के मूड में नहीं है। यह न केवल पाकिस्तान की बयानबाजी को खारिज करता है, बल्कि आतंकवाद को पनाह देने की उसकी नीति पर भी सीधा प्रहार है।
भारत का बदला रुख
विज के बयान ने साफ कर दिया है कि भारत अब पाकिस्तान की हरकतों को चुपचाप बर्दाश्त नहीं करने वाला है। भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति और आर्थिक-रणनीतिक दबाव के जरिए पाकिस्तान को उसकी जगह दिखाने के लिए तैयार है। विज का यह बयान न केवल पाकिस्तानी नेताओं के लिए मिर्ची है, बल्कि भारत की उस मंशा का भी प्रतीक है, जो कहती है कि अब न धमकी काम आएगी, न धौंस। यह समय है कि पाकिस्तान अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करे, अन्यथा विज की बात सच साबित होगी- न आटा बचेगा, न पानी।