
लालच इंसान से कुछ भी करवा सकता है. लेकिन कभी-कभी ये लालच भारी भी पड़ सकता है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ से सामने आया है. यहां एक पिता ने सरकारी लाभ पाने के लालच में अपनी छोटी बेटी की शादी बड़ी बेटी के पति से करवा दी. ससुर ने दामाद से कहा था कि अभी तुम मेरी छोटी से बेटी से शादी कर लो. सरकारी लाभ मिलते ही उसे तलाक दे देना. लेकिन हुआ कुछ और ही. अब जीजा अपनी साली को तलाक देने को राजी नहीं है.
मामला पंचायत तक जा पहुंचा. लेकिन जीजा का कहना ये है कि वो साली के साथ ही रहना चाहता है. पहली पत्नी को वो तलाक दे देगा. अभी तक इस मामले में कोई हल नहीं निकला है. मामला मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का है. सामूहिक विवाह योजना में शादी करने वालों को सरकार 50 हजार रुपए देती है.
मेरठ निवासी एक व्यक्ति के तीन बेटियां हैं. इसमें से दो बेटियां विवाहित और एक अविवाहित है. दूसरी बेटी की शादी चार वर्ष पहले मेरठ के बहसुमा थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी युवक से हुई थी. कुछ दिन पहले व्यक्ति ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लालच में मिलने वाले 50 हजार रुपयों के लिए अपने दामाद से ही छोटी बेटी की शादी करा दी.
तलाक से किया इनकार
पहले से ही तय हुआ था कि योजना का लाभ मिलने के बाद दामाद तलाक दे देगा. अब योजना का लाभ मिलने के बाद पिता ने छोटी बेटी को तलाक के लिए कहा तो उसने इनकार कर दिया. इसके बाद जब ससुर ने दामाद से बेटी को तलाक देने की बात कही तो दामाद ने भी इनकार कर दिया. दामाद अब कह रहा है कि वह पहली पत्नी को तलाक दे सकता है लेकिन छोटी वाली को तलाक नहीं देगा.
इलाके में हो रही चर्चा
मामले को लेकर परिवार में रोजाना पंचायत हो रही है. आसपास के लोगों के अनुसार दामाद अपनी पहली पत्नी को भी मायके में लेकर आ गया है और नई पत्नी (साली) को साथ लेकर जाने की जिद कर रहा है. उक्त मामले को लेकर हो रही रिश्तेदारों की पंचायते चर्चा का विषय बनी हुई है.