वॉशिंगटन। पहलगाम हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। इस बीच पहलगाम पर पाकिस्तानी पत्रकार की अमेरिका की प्रवक्ता ने बोलती बंद कर दी। एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने पत्रकार के सवाल को टाल दिया।
ये सवाल जम्मू-कश्मीर में पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा तनाव पर उनसे पूछा गया था। ब्रूस ने पाकिस्तान पत्रकार को जवाब देते हुए कहा, 'मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करने जा रही हूं और शायद हम किसी अन्य विषय के साथ आपके पास वापस आएंगे।
ब्रूस ने कहा,
मैं उस स्थिति पर और कुछ नहीं कहूंगी। टैमी ब्रूस ने कहा, राष्ट्रपति और उप सचिव ने अपनी बातें रखी हैं। मैं इस पर अब कोई बात आगे नहीं बढ़ाऊंगी।'
अमेरिकी प्रवक्ता का बयान
ब्रूस ने आगे कहा,
'जैसा कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने आगे कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के साथ खड़ा है, आतंकवाद के सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है। हम मारे गए लोगों के लिए संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं और इस जघन्य कृत्य के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का एलान करते हैं।
ट्रंप ने की पीएम मोदी से बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। ट्रंप ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की और इस 'जघन्य हमले' के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए भारत को पूरा समर्थन व्यक्त किया। इसके बाद पीएम मोदी ने भी उनका आभार जताया।
'आतंकवादी को दंडित करेगा भारत'
22 अप्रैल को आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बैसरन में पर्यटकों सहित 26 लोगों की हत्या कर दी थी। बैसरन को 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से भी जाना जाता है।
बिहार के मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया कि भारत पहलगाम नरसंहार में शामिल प्रत्येक आतंकवादी और उनके 'समर्थकों' की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें दंडित करेगा तथा हत्यारों का अंत तक पीछा करेगा।