उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल किसी भी गाड़ी का चालान नहीं काट सकेंगे. होमगार्डों को भी यह अधिकार नहीं होगा. यातायात नियमों को तोड़ने वाले वाहनों का चालान ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर काटेंगे. यह आदेश पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ ने यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए यातायात पुलिस को दिए हैं. कांस्टेबल और होमगार्ड ड्यूटी के दौरान पूरी तरह से यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखेंगे.
गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ ने यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए यह महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है. अब से, केवल सब-इंस्पेक्टर ही ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान काट सकेंगे. कांस्टेबल और होमगार्ड्स को यह अधिकार नहीं होगा. यह कदम यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है. कांस्टेबल और होमगार्ड अब ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में सब-इंस्पेक्टरों की सहायता करेंगे.
नए पुलिस कमिश्नर ने की बैठक, दिए आदेश
गाजियाबाद की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नए पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ ने पुलिस लाइन में ट्रैफिक कर्मियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार को लेकर आवश्यक निर्देश दिए. इस बीच उन्होंने ट्रैफिक नियम तोड़ने वाली गाड़ियों के चालान काटने की जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टरों को दी है. इससे पहले यह जिम्मेदारी पुलिस कांस्टेबलों को मिली हुई थी. पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि कांस्टेबलों को ड्यूटी के दौरान यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखना होगा.
चरमरा जाती थी यातायत व्यवस्था
पुलिस कमिश्नर ने साफ कहा कि ट्रैफिक कांस्टेबल चालान की कार्रवाई नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस के हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल, होमगार्ड और पीआरडी के जवान ट्रैफिक इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टरों की निगरानी में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे. उनका मानना है कि ट्रैफिक हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल द्वारा चालान काटने की व्यवस्ता के चलते यातायात व्यवस्था चरमरा जाती थी. जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस हर महीने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर औसतन डेढ़ लाख चालान काटती है.