अमेरिका के एक संघीय जज ने 21 वर्षीय भारतीय छात्र को राहत दी है। जज ने ट्रंप प्रशासन को छात्र को निर्वासित करने से अस्थायी रूप से रोक दिया है।

एफ-1 छात्र वीजा पर पढ़ाई कर रहा है छात्र
एफ-1 छात्र वीजा पर विस्कांसिन-मेडिसन यूनिवर्सिटी में 2021 से कंम्यूटर इंजीरियरिंग में स्नातक कर रहे कृष लाल इस्सरदासानी का वीजा रद कर दिया गया है। उसका वीजा ऐसे समय रद किया गया, जब स्नातक की पढ़ाई पूरी होने में महज कुछ सप्ताह ही बचे हैं।
अदालती दस्तावेज के अनुसार, कृष क्लास में उपस्थित रहता था और उसकी अकादमिक स्थिति भी अच्छी रही है। वह अंतिम सेमेस्टर में है और 10 मई तक स्नातक कोर्स खत्म होने की संभावना है।

कृष को खराब आचरण के कारण गिरफ्तार किया गया था
विस्कांसिन के जिला कोर्ट में दाखिल दस्तावेज में मंगलवार को बताया गया कि कृष ने स्वीकार किया है कि एक बार से देर रात दोस्तों के साथ घर लौटते समय रास्ते में कुछ लोगों के साथ बहस होने पर उसे 22 नवंबर, 2024 को गिरफ्तार किया गया था। कृष को खराब आचरण के कारण गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मामले की समीक्षा के बाद डिस्टि्रक्ट अटार्नी ने आरोपों को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया था।

मामला पूरी तरह सुलझ गया है
नतीजन उसे अदालत में पेश नहीं होना पड़ा और यह माना गया कि मामला पूरी तरह सुलझ गया है। हालांकि चार अप्रैल को विस्कांसिन-मेडिसन यूनिवर्सिटी के अंतरराष्ट्रीय छात्र सेवा (आइएसएस) कार्यालय ने उसे ईमेल के माध्यम से सूचित किया कि उसका स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर सिस्टम (सेविस) रिकॉर्ड समाप्त कर दिया गया है।

कोर्ट 28 अप्रैल को अगली सुनवाई करेगा
अदालती दस्तावेज में बताया गया कि कृष को वीजा रद किए जाने के बारे में अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन, यूनिवर्सिटी या विदेश विभाग की ओर से सूचना नहीं मिली। कृष के परिवार ने अमेरिका में उसकी पढ़ाई पर लगभग दो लाख 40 हजार डॉलर खर्च किए हैं। कोर्ट 28 अप्रैल को अगली सुनवाई करेगा।

एक भारतीय समेत चार छात्र पहुंचे कोर्ट
अमेरिका के मिशिगन की यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक भारतीय समेत चार छात्र देश से संभावित निर्वासन के खिलाफ कोर्ट पहुंचे हैं। भारत के चिन्मय देवरे समेत चार छात्रों ने अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग और आव्रजन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। इनका आरोप है कि पर्याप्त नोटिस और स्पष्टीकरण के बगैर उनका सेविस रिकार्ड समाप्त कर दिया गया है।