मेरठ । ताऊ ते तुफान के चलते हुई बारिश से मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे के हाल बेहाल होने लगे हैं। कई जगह सड़क धंस गई। हालांकि, अब आनन-फानन में अधिकारी एक्सप्रेस वे को दुरुस्त करने में जुट गए हैं। जानकारी के मुताबिक, बीते एक अप्रैल को मेरठ और वेस्ट यूपी के लोगों को एक्सप्रेस वे के रूप में बड़ा तोहफा मिला था। इस एक्सप्रेस वे से मेरठ दिल्ली की दूरी मात्र पैंतालिस मिनट में ही पूरी करने की बात कही गई थी और अभी एक्सप्रेस वे को शुरू हुए दो महीने भी पूरे नहीं हुए। इससे पहले ही सड़क किनारे की मिट्टी कई जगह से धंस गई और सडक़ पर दरार आ गई।
इस बारे में जिम्मेदारों का कहना है कि ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होने के कारण मिट्टी में दलदल ज्यादा है। जिस वजह से सड़क में दरार आ गईं। हालांकि मोर्चा संभालते हुए 70 कर्मचारियों को लगा दिया गया और किसी भी वाहन को कोई दिक्कत नहीं आएगी। साथ ही उस स्थान को कवर करा दिया गया जहां ये सडक़ धंसी है। टीम जेसीबी लेकर धंसी हुई सडक़ को ठीक करने में जुटी गई है।
बताया जाता है कि बारिश से बहादरपुर अंडरपास से लेकर कुशलिया तक कई जगहों पर किनारे की नालियां बह गईं। मिट्टी बह जाने के कारण कई जगह सडक़ भी धंस गई। टोल प्लाजा से 20 मीटर की दूरी पर बने धर्म कांटे के पास सड़क बैठ गई है। दूसरी ओर कुछ जगहों पर सड़क किनारे बना डिवाइडर भी बारिश के पानी के साथ बह गया जिसके कारण सड़क खोखली हो गई है।
बारिश से पहले मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे का हाल बेहाल, धंस गई सड़क
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