अमेरिकी राज्य जॉर्जिया में अब हिंदूफोबिया और मंदिरों पर हमला करने पर कड़ी सजा मिलेगी। राज्य की सीनेट में सीनेटर स्टिल ने विधेयक 375 पेश किया है। विधेयक पेश होने के बाद हिंदुओं में खुशी की लहर है। उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं के गठबंधन (COHNA) ने स्वागत किया है। यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी राज्य ने वैधानिक स्तर पर ऐसा कदम उठाया है।

उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं के गठबंधन (CoHNA) ने कहा कि वह जॉर्जिया सीनेट में सीनेट विधेयक 375 की शुरूआत का गर्व से स्वागत करता है। संगठन ने इसे राज्य दंड संहिता में हिंदूफोबिया और हिंदू विरोधी घृणा को औपचारिक रूप से मान्यता देने का ऐतिहासिक कदम कहा। संगठन ने कहा कि यह ऐतिहासिक कानून प्रवर्तन और राज्य एजेंसियों को पूर्वाग्रह और भेदभाव की घटनाओं का दस्तावेजीकरण और प्रतिक्रिया करते हुए हिंदूफोबिया को ध्यान में रखने में सक्षम बनाता है। संगठन के सह-संस्थापक और उपाध्यक्ष राजीव मेनन ने कहा कि यह जॉर्जिया और पूरे अमेरिका में हिंदू समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।

उन्होंने कहा कि यह विधेयक न केवल हिंदू विरोधी घृणा की बढ़ती घटनाओं का जवाब है, बल्कि यह इस बात की पुष्टि भी है कि हमारा समुदाय कानून के तहत समान संरक्षण का हकदार है। इसमें योगदान देता है और समान सुरक्षा का हकदार है। संगठन ने कहा कि जॉर्जिया के हिंदुओं के नेतृत्व और वकालत के बिना विधायी प्रयास सफल नहीं हो पाता, जिनके सांसदों के साथ गहन जुड़ाव और जमीनी स्तर पर लामबंदी ने विधेयक को पारित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संगठन ने कहा कि यह समर्थन हिंदू धर्म को मानने वालों सहित सभी अमेरिकियों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए बढ़ती प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

जॉर्जिया पीएसी के हिंदू बोर्ड की सदस्य शोभा स्वामी ने कहा कि बिल पेश करने वाले सीनेटर स्टिल हमेशा से हिंदू समुदाय के कट्टर समर्थक रहे हैं। हिंदूफोबिया से लड़ने के लिए उनकी प्रतिबद्धता हमारे लिए आशा की किरण रही है।

दो रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक सीनेटरों ने पेश किया विधेयक
सीनेटर स्टिल ने चार अप्रैल को सीनेटर इमैनुएल जोन्स, जेसन एस्टेव्स और क्लिंट डिक्सन के साथ जॉर्जिया स्टेट सीनेट में विधेयक 375 पेश किया। सीनेटर स्टिल और डिक्सन रिपब्लिकन पार्टी से हैं, सीनेटर जोन्स और एस्टेव्स डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं।

स्टिल ने कहा कि सीनेट बिल 375 जॉर्जिया और संभवतः पूरे देश में अपनी तरह का पहला बिल है, जो राज्य के आपराधिक कोड में घृणा अपराधों की सूची में हिंदूफोबिया को जोड़ता है। इसका मतलब है कि अगर कोई हिंदू के खिलाफ उसकी आस्था के आधार पर कोई गैरकानूनी काम करता है, तो इस अपराध के लिए सजा बढ़ा दी जाएगी। जैसा कि हमने पिछले साल बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा में देखा है, इस प्रकार के अपराध को जॉर्जिया राज्य में कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हमारे देश में इसके लिए कोई जगह नहीं है।

उन्होंने कहा कि इस साल के लिए विधायी सत्र समाप्त हो चुका है, लेकिन अगले जनवरी में सत्र फिर से शुरू होने पर विधेयक पर कार्रवाई की जाएगी। यह विधेयक संभवतः पहले सीनेट न्यायपालिका समिति के पास जाएगा और क्योंकि मैं इस नीति समिति में काम करता हूं, मुझे विश्वास है कि इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने सभी से जॉर्जिया को धार्मिक घृणा से मुक्त राज्य बनाने, धार्मिक स्वतंत्रता का समर्थन करने और हिंदूफोबिया को समाप्त करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।